VSS Unity ने अंतरिक्ष के लिए भरी सफल उड़ान, भारतीय मूल की सिरिशा बांदला ने रचा इतिहास

भारतीय मूल की एयरोनॉटिकल इंजीनियर सिरिशा बांदला ने रविवार को स्पेस के लिए उड़ान भरी. अंतरिक्षयान कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक के ट्विन-फ्यूजलेज व्हाइटनाइट कैरियर एयरक्रॉफ्ट को अमेरिका के न्यू मैक्सिको के ‘स्पेसपोर्ट अमेरिका’ से भारतीय समयानुसार रात 8 बजे लॉन्च किया गया. इस उड़ान में कंपनी के फाउंडर रिचर्ड ब्रैनसन, तीन क्रू मेंबर्स और दो पायलट भी शामिल रहे. ये विमान VSS Unity को अंतरिक्ष में लेकर गया।

इस मिशन को ब्रैनसन की कंपनी द्वारा निर्मित स्पेसशिप वीएसएस यूनिटी द्वारा पूरा किया गया. पृथ्वी से 50,000 फीट या 15 किलोमीटर ऊपर जाने के बाद वीएसएस यूनिटी विमान से अलग हो गया. इसके बाद आगे की यात्रा के लिए इसने अपने इंजन को स्टार्ट किया और Mack 3 की ओर आगे बढ़ गया. 50 मील या 80 किलोमीटर से ज्यादा ऊंचाई पर Mack 3 को अमेरिकी एजेंसियों द्वारा स्पेस का किनारा माना जाता है।

कुछ मिनटों तक स्पेस में रहेंगे अंतरिक्ष यात्री

ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों ने भारहीनता महसूस की. उन्होंने जहाज की 17 खिड़कियों से पृथ्वी के आकार को भी देखा. ये यात्रा कुछ मिनटों तक चली जिसके बाद जहाज ने वायुमंडल में वापस प्रवेश किया और स्पेसपोर्ट अमेरिका में लैंडिंग स्ट्रिप पर लौट आया. बता दें कि वीएसएस यूनिटी एक प्राइवेट जेट के आकार का स्पेसक्राफ्ट है. ब्रैनसन की आधिकारिक भूमिका भविष्य के ग्राहकों के लिए यात्रा को बढ़ाने के लिए निजी अतंरिक्ष यात्री अनुभव का मूल्यांकन करने की है.

करीब 600 टिकट पहले ही 60 अलग-अलग देशों के लोगों को बेचे जा चुके हैं, जिसमें हॉलीवुड की हस्तियां भी शामिल हैं. टिकट की कीमतें 200,000 डॉलर से 250,000 डॉलर यानी करीब डेढ़ करोड़ रुपए से एक करोड़ 86 लाख रुपए से भी ज्यादा हैं. रिचर्ड ब्रेनसन जिस सफर पर गए थे, उसका प्रमुख उद्देश्य भविष्य में लोगों को अंतरिक्ष की यात्रा पर भेजना है. इससे पहले भी कंपनी ने कई टेस्ट किए हैं.

साइंटिफिक प्रयोग करेंगी सिरिशा बांदला

चारों मिशन स्पेशलिस्ट ने उड़ान के बाद अपने अनुभव साझा किए. ये यूनिटी की 22वीं उड़ान थी और अंतरिक्ष के लिए चौथा लॉन्च था. भारतीय मूल की सिरिशा बांदला ने उड़ान के अलग-अलग स्तर पर साइंटिफिक प्रयोग किए. कंपनी के चीफ एस्ट्रोनॉट ट्रेनर का काम ये सुनिश्चित करना था कि सभी लोग सुरक्षित रहें. फिलहाल यूनिटी 22 फ्लाइट के जरिए छह लोगों को भेजा गया था. हालांकि इस अंतरिक्षयान में आठ लोग सवार हो सकते हैं. इस टीम में चार मिशन स्पेशलिस्ट भी शामिल थे.

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