छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन सदन उन पूर्व सांसदों और विधायकों को श्रद्धांजलि दे रहा है, जिनका निधन मार्च से जुलाई के बीच हो गया। इसकी वजह से सदन के पहले ही दिन प्रश्नकाल नहीं हो पाया। इसमें आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार को जवाब देना था।
विधानसभा में भाग लेने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत।
कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में हुई सर्वदलीय चर्चा
सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के समिति कक्ष में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधायक सत्यनारायण शर्मा, बृजमोहन अग्रवाल के साथ कार्यवाही संचालन और विषयों पर चर्चा की।
विधानसभा में प्रवेश से पहले ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल की भी जांच की गई।
प्रवेश से पहले हुई स्क्रीनिंग
विधानसभा में प्रवेश से पहले विधायकों की स्क्रीनिंग की गई। मुख्य द्वार पर ही तापमान लिया गया, हाथों को सेनिटाइज कराने के बाद ही भीतर प्रवेश दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस बार वैक्सीन नहीं लगवाने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं देने का फैसला किया था। विधानसभा की ओर से बताया गया, 13 मंत्रियों में से 10 ने वैक्सीन के दोनों डोज जबकि तीन मंत्रियों ने एक-एक डोज लगवा लिया है। इसी तरह विधायकों में 54 ने दोनो डोज जबकि 19 विधायक वैक्सीन का एक डोज लगवा चुके हैं। एक विधायक ने कोरोना संक्रमित होने की वजह से वैक्सीन नहीं लिया है।
पांच दिन के सत्र में 717 सवाल
विधानसभा का यह मानसून सत्र 30 जुलाई तक के लिए प्रस्तावित है। इसमें सरकार अनुपूरक बजट के अलावा चार विधेयकों को भी पारित कराने की तैयारी में है। इन पांच दिनों के सत्र के लिए विधायकों ने 717 सवाल लगाए हैं। इसमें 375 तारांकित तथा 342 अतारांकित प्रश्न हैं।