छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रस्तावित अंग्रेजी सेल अभी तक गठित नहीं हो पाया। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को अंग्रेजी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अलग से सेल गठित करना था। सेल में शिक्षा विभाग से एक ज्वाइंटर डायरेक्टर, दो डिप्टी डायरेक्टर और दो असिस्टेंट डायरेक्टरों की नियुक्ति होनी थी। प्रतिनियुक्ति पर इनकी नियुक्ति के लिए विभाग ने विज्ञापन जारी किया था।इसका मकसद था अंग्रेजी माध्यमिक स्कूलों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शिक्षाविद काम करेंगे और अपने सुझाव देंगे। अभी तक इस पदों पर कोई व्यक्ति नियुक्त नहीं हो पाई है। ऐसे में अंग्रेजी के लिए एक अलग सेल गठित करने की योजना खटाई में पड़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि आवेदन मंगाए गए हैं और इन पदों पर प्रतिनियुक्ति के आधार पर ही नियुक्ति की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश भर में 171 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। इन स्कूलों में करीब डेढ़ लाख बच्चों का दाखिला हो चुका है। कुछ जगहों में शिक्षकों के पद खाली हैं और इन पदों को भरने के लिए प्रक्रिया चल रही है।
गौरतलब है कि सरकार के इस महत्वाकांक्षी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इन स्कूलों में अत्याधुनिक लाइब्रेरी एवं लैब, कंप्यूटर और साइंस लैब के साथ ही आनलाइन शिक्षा की भी पूरी सुविधा पूरी तरह से उपलब्ध है। इन्हीं विशेषताओं की वजह से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दाखिला लेने के लिए अभिभावकों और छात्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।