पेगासस जासूसी मामले और तीन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध लगातार जारी है। हाल में ही कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा पर राज्यसभा में रूलबुक फेंकने का आरोप लगा इसको लेकर अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर जबरदस्त निशाना साधा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो पार्टी 2 वर्ष तक अपना अध्यक्ष न चुन पाए, जिस पार्टी के सांसद अपनी ही सरकार के बिल फाड़ दें। जो पार्टी सदन न चलने दे, जो सड़क पर भी कोई करने से शर्म महसूस करे वैसा काम सदन में करे।समझ सकते हैं कि लोकतंत्र को कितना शर्मसार करने का काम किया जा रहा है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जनता ने जिन्हें अपने मुद्दे उठाने के लिए सांसद बनाकर भेजा है वो चर्चा में भाग न लेकर चीर-फाड़ करने तक आए हैं, फाइलें फेंकने तक आए हैं। कल जो हुआ वो एक के बाद दूसरी शर्मसार करने वाली घटना थी। अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा के अशोभनीय आचरण की तुलना 26 जनवरी को लाल किले में हुई हुड़दंग की घटना से करते हुए बुधवार को कहा कि सदन में आसन की ओर फाइल फेंका जाना एक ‘‘शर्मनाक’’ घटना थी।
उन्होंने लोकसभा एवं राज्यसभा में कामकाज को बाधित करने के लिए कांग्रेस एवं विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि लोगों ने अपनी आवाज उठाने के लिए जिन लोगों को संसद भेजा था, वे नियम विरूद्ध व्यवहार कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा, ‘‘मेज पर चढ़कर फाइल फेंकना एक शर्मनाक घटना थी।’’ सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने कहा, ‘‘इस तरह के कृत्य को अंजाम देकर यदि कोई गौरव महसूस करे तो मुझे लगता है कि 26 जनवरी की शर्मनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है।’’