शहर में कोरोना वायरस के वेरिएंट की पहचान के लिए नौ माह से राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) दिल्ली को सैंपल भेजे जा रहे हैं। अभी तक भेजे गए 700 सैंपल में पांच महीने में 101 डेल्टा वेरिएंट मिल चुके हैं। इसके अलावा नौ माह में इंदौर में 46 अल्फा वेरिएंट भी मिले हैं। एमजीएम कालेज ने शुक्रवार को कोविड के वेरिएंट की जांच के लिए एनसीडीसी लैब दिल्ली को 11 सैंपल भेजे। इनमें तीन खरगोन जिले के हैं। अभी तक इंदौर से कुछ दिनों के अंतराल पर 15 सैंपल भेजे जा रहे थे। नई व्यवस्था के तहत अब 11 सैंपल ही भेजे जाएंगे। अभी तक दिल्ली की लैब में इंदौर से 700 सैंपल भेजे जा चुके हैं। इंदौर से 14 मार्च को भेजे 104 सैंपल में पहली बार नौ डेल्टा वेरिएंट मिले थे। उसके बाद से 101 डेल्टा वेरिएंट मिल चुके हैं।
सिर्फ एक संक्रमित
शुक्रवार को शहर में सिर्फ एक संक्रमित मिला। इस दिन 10834 कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांचे गए। सिर्फ एक में कोरोना की पुष्टि हुई। देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक अब तक इंदौर में 21 लाख 84 हजार 949 सैंपलों की जांच हुई और एक लाख 53 हजार 22 संक्रमित पाए गए। शुक्रवार को दो मरीजों ने कोरोना को हराकर बीमारी पर जीत हासिल की। इसे मिलाकर अब तक शहर में एक लाख 51 हजार 617 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। फिलहाल शहर में सिर्फ 14 कोरोना संक्रमित उपचाररत हैं। अब तक इंदौर में 1391 लोग कोरोना की वजह से जान गवा चुके हैं।