अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी का राष्ट्र के नाम संबोधन, बोले- स्थिरता का भरोसा दिलाता हूं

काबुल: अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के फैसले के बाद तालिबान का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है। तालिबान ने लगभग 10 प्रांतों पर अपना कब्जा जमा लिया। इसी बीच राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने साथ कर दिया कि वे अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। उनकी पहली प्राथमिका देश की सुरक्षा है।

अपने संबोधन के दौरान अशरफ गनी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में बने रहने का फैसला किया है। अशरफ गनी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि, सरकार के समर्थन में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के खड़े होने की उम्मीद है और शांति लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से परामर्श करेंगे। उन्होंने कहा कि,सरकार सुरक्षा बलों में सुलह के लिए गंभीर कदम उठा रही है। हमने देश और विदेश में व्यापक विचार-विमर्श शुरू कर दिया है और परिणाम जल्द ही जनता के साथ साझा किए जाएंगे।

उन्होंने आगे कि, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके अध्यक्ष के रूप में मेरा ध्यान लोगों की अस्थिरता, हिंसा और विस्थापन को रोकने पर है। मैं आगे हत्याओं, पिछले 20 वर्षों के लाभ की हानि, सार्वजनिक संपत्ति के विनाश के लिए अफगानों पर थोपे गए युद्ध की अनुमति नहीं दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि, मौजूदा स्थिति में, अफगान सुरक्षा और रक्षा बलों को फिर से संगठित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राष्ट्रपति ने अफगानों और देश की रक्षा के लिए ANDSF को उनकी बहादुरी और बलिदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने दुश्मन के खिलाफ लड़ाई में ANDSF का समर्थन करने के लिए राष्ट्र को धन्यवाद दिया

इससे पहले अफगानिस्तान सरकार ने कल कहा था कि वह तालिबानियों के खिलाफ लड़ती रहेगी। उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर कहा, राष्ट्रपति अशरफ गनी की अध्यक्षता में शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर बैठक की गई। इस बैठक में दृढ़ विश्वास और संकल्प के साथ तय किया गया कि हम तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे और हर तरह से राष्ट्र को मजबूत करने के लिए सब कुछ करते हैं। हमें अपने ANDSF पर गर्व है।

इससे पहले अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पुष्टि कर अफगान राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी के इस्तीफे की खबर गलत बताया था। तालिबान ने दक्षिण अफगानिस्तान में तीन और प्रांतीय राजधानियों पर नियंत्रण कर लिया है जिसमें हेलमंद प्रांत भी शामिल है। तालिबान धीरे-धीरे राजधानी काबुल में सरकार की घेराबंदी के प्रयास के तहत आगे बढ़ रहा है। तालिबान लड़ाकों ने हाल के दिनों में एक दर्जन से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में जब अमेरिका कुछ सप्ताह बाद अपने आखिरी सैनिकों को वापस बुलाने वाला है।

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