पटना में शनिवार देर रात हुए नाव हादसे में अब तक 4 लोग लापता है। इनकी तलाश के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है। SDRF की टीम राहत और बचाव में जुटी है। घायलों में ज्यादतर लोग इलाज कराकर घर लौट गए हैं। वहीं, कुछ पटना के NMCH में भर्ती हैं। शनवार की देर रात पटना के कच्ची दरगाह से राघोपुर के रुस्तमपुर गांव जा रही नाव हादसे का शिकार हो गई थी। यात्रियों से लदी नाव हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई थी। हाजीपुर के सदर SDPO राघव दयाल के मुताबिक, अभी तक 3 लोगों की लापता होने की बात सामने आई है, जो अभी तक घर नहीं लौटे हैं। हालांकि, लोगों के मुताबिक 4 लापता हैं।
लापता लोगों के परिजन पहुंचे कच्ची दरगाह
रविवार की सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन करने में देरी होने से स्थानीय लोगों मे नाराजगी है। लापता लोगों के परिजन कच्चीदरगाह पहुंचे। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। फतुहा DSP राजेश कुमार मांझी ने बताया कि नाव हादसे में 38 लोग घायल हैं। इनका इलाज कच्चीदरगाह के निजी अस्पताल में चल रहा है। नाव पर कितने लोग सवार थे। इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल लापता हुए लोगों में मुन्ना राय, उमा शंकर राय, राजेश राय और निखिल राय शामिल हैं। सभी मल्लिकपुर थाना इलाके के राघोपुर के निवासी हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी NDRF की टीमें
राघोपुर जा रही थी नाव
राजधानी पटना में शनिवार की देर रात नदी थाना क्षेत्र के कच्चीदरगाह में बड़ा नाव हादसा हुआ था। कच्ची दरगाह से नाव पर सवार करीब 100 लोग से अधिक राघोपुर दियारा जा रहे थे। वहां बीच गंगा नदी में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से नाव हादसे का शिकार हो गई। इसमें दर्जनों लोग झुलस गए थे, जबकि कई लोग गंगा नदी में गिर गए या फिर कूद गए थे। देर रात हादसा होने के कारण रेस्क्यू नहीं हो पाया था।
हादसे के बाद पटना और वैशाली जिले के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। अधिकारियों ने बताया कि गंगा नदी का वाटर लेवल बढ़ जाने से हाईटेंशन तार की ऊंचाई का रात के अंधेरे में पता नहीं चल सका। इसी वजह से हादसा हुआ।