अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य देखा है, जिससे लोगों में व्यापक दहशत है. महिलाएं और बच्चे परेशान हैं. हवाई अड्डे समेत शहर से गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं.
साथ ही कहा कि अगर आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में शून्य-सहिष्णुता है और ये सुनिश्चित किया जाता है कि अफगान क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी समूहों की तरफ से किसी अन्य देश को धमकाने या हमला करने के लिए नहीं किया जाता है तो अफगानिस्तान के पड़ोसी और क्षेत्र सुरक्षित महसूस करेंगे.
डर की स्थिति में जी रहे हैं अफगानिस्तान के लोग
इसके अलावा कहा कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति हमारे लिए बहुत चिंता का विषय है. अफगान पुरुष, महिलाएं और बच्चे लगातार डर की स्थिति में जी रहे हैं. वर्तमान संकट सामने आने से पहले भारत के पास अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से प्रत्येक में विकास परियोजनाएं चल रही थीं. हम संबंधित पक्षों से कानून और व्यवस्था बनाए रखने, संयुक्त राष्ट्र के राजनयिक और कांसुलर कर्मियों समेत सभी संबंधितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं.
इससे पहले बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि सभी पक्षों से विशेष रूप से तालिबान से जीवन की रक्षा के लिए अत्यधिक संयम बरतने और मानवीय जरूरतों को पूरा करने के लिए सुनिश्चित करने का आग्रह करता हूं. मैं सभी पक्षों का आह्वान करता हूं कि वो मानवतावादियों को समय पर जीवन रक्षक सेवाओं और सहायता के लिए निर्बाध पहुंच प्रदान करें. मैं सभी देशों से शरणार्थियों को स्वीकार करने और किसी भी निर्वासन से परहेज करने के लिए तैयार रहने का भी आग्रह करता हूं.