कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि चुनाव आयोग को सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव कराने चाहिए क्योंकि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा लोगों को वोट डालने और विधानसभा के लिए चुने जाने का अधिकार है। बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग को लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों में कटौती न करते हुए उपचुनावों की घोषणा करनी चाहिए।
बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर भाजपा उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी से हार गई थीं और अब इस सीट पर दोबारा चुनाव की समय सीमा 5 नवंबर को समाप्त हो रही है। इससे पहले टीएमसी ने बंगाल में उपचुनाव कराने के लिए नरेंद्र मोदी की मंजूरी के लिए इंतजार करने का आरोप लगाया था। बनर्जी ने कहा था कि यदि ऐसा है तो मैं पीएम से आगे बढ़ने के लिए कहूंगी, क्योंकि राज्य में फिलहाल कोरोना की स्थिति ठीक है और यदि तीसरी लहर आती है तो आप कुछ भी नहीं कर सकते।
ममता बनर्जी ने कहा उन्होंने पश्चिम बंगाल में उस समय चुनाव कराए जब कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 33 प्रतिशत था और अब जब पॉजिटिविटी रेट 3 प्रतिशत है तो आप कुछ नहीं कर रहे हैं। ऐसी खबरें आ रही हैं कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कथित रूप से पश्चिम बंगाल में उपचुनाव में देरी करने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि बंगाल की दो विधानसभा सीटों (शमसेरगंज और जंगीपुर) पर उपचुनाव होने हैं क्योंकि इन सीटों पर उम्मीदवारों की मौत के बाद चुनाव टाल दिए गए थे। इसके अलावा भबनीपुर सीट पर भी उपचुनाव होना है क्योंकि मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने विधायक के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, ताकि ममता बनर्जी के अपने पुराने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो सकें।
इसके अलावा भाजपा के दो सांसदों ने शांतिपुर और दिनहाटा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी, लेकिन अपनी लोकसभा सीट बरकार रखने के लिए उन्होंने इन सीटों से इस्तीफा दे दिया। इसलिए इन सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं। टीएमसी के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपचुनाव के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की थी, हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक उपचुनाव के लिए किसी तारीख की घोषणा नहीं की है।