आलाकमान को सिद्धू की धमकी- यदि मुझे फैसले लेने की खुली छूट नही दी गई, तो मैं ईंट से ईंट खड़का दूंगा

पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने अब सीधी धमकी दी है कि अगर उन्हें निर्णय लेने की छूट नहीं दी गई तो ‘ईंट से ईंट खड़का देंगे। दर्शनी घोड़ा बनने का कोई फायदा नहीं।’ हालांकि, यह धमकी कांग्रेस हाईकमान को है या फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह को, इसको लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है। सिद्धू ने गुरुवार को अमृतसर में व्यापारियों के साथ बैठक में यह बात कही। सिद्धू ने कहा कि वे पहले ही हाईकमान को यह बात कहकर आ चुके हैं।

यह बात इसलिए अहम है क्योंकि कैप्टन के खिलाफ बगावत के बाद कांग्रेस हाईकमान की तरफ से हरीश रावत ने कहा था कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है, पूरी कांग्रेस नहीं सौंपी। वहीं, कश्मीर और पाकिस्तान को लेकर विवादित टिप्पणी करने वाले सलाहकारों को हटाने की चेतावनी भी दी थी। रावत ने कहा था कि सिद्धू उन्हें खुद हटाएं नहीं तो पार्टी हटा देगी।

इसके जरिए सिद्धू को स्पष्ट संदेश दिया गया था कि वे पंजाब में मनमानी न करें। इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह की सांसद पत्नी परनीत कौर ने स्पष्ट कहा था कि कांग्रेस में झगड़े से लेकर कैप्टन के खिलाफ बगावत तक के पीछे नवजोत सिंह सिद्धू का हाथ है।

अगले 20 साल पंजाब से कांग्रेस नहीं जाएगी…
सिद्धू ने कहा,”मैं हाईकमान को एक ही बात कहकर आया हूं कि अगर मैं पंजाब मॉडल के जरिए लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा तो अगले 20 साल पंजाब से कांग्रेस नहीं जाएगी। अगर आप मुझे निर्णय लेने की छूट नहीं दोगे तो फिर मैं ईंट से ईंट भी खड़काउंगा। दर्शनी (दिखावटी) घोड़ा बनने का कोई फायदा नहीं। पंजाब मॉडल के आगे दिल्ली मॉडल भी फेल हो जाएगा।”

सौगंध और वादे के बहाने कैप्टन पर निशाना
सिद्धू ने इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी टारगेट किया। इशारे से सिद्धू ने कहा, “मैं न तो सौगंध खाउंगा और न ही वादा करूंगा, लेकिन पंजाब मॉडल के 6 महीने में लोग खुद अपने विकास के लिए काम तय करेंगे, यह मैं वचन देता हूं।”

कैप्टन ने पिछले विधानसभा चुनाव में पंजाब से नशा खत्म करने के लिए गुटका साहिब की सौगंध खाई थी। इसके अलावा घर-घर रोजगार से लेकर सस्ती बिजली जैसे कई वादे किए थे।

सांसद औजला बोले, सिद्धू बताएं किसकी ईंट से ईंट खड़काएंगे
अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला ने सिद्धू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ईंट से ईंट तो विरोधी पार्टियों की बजाई जा सकती है, किसी अपने की नहीं। मुझे नहीं पता कि वो किसके बारे में यह कह रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह बयान निंदनीय है। इससे पार्टी की छवि खराब होती है और कार्यकर्ताओं का हौसला भी टूटता है। यह सिद्धू ही बता सकते हैं कि वो किसकी ईंट से ईंट बजाने की बात कर रहे हैं।

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