एक व्यवसायी को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके साथियों को पुलिस नई दिल्ली की दो जेलों से निकालकर जयपुर ले आई है। इससे पहले पुलिस ने इन अपराधियों का अलग-अलग पेशी वारंट निकलवाकर हिरासत में लिया था।
बता दें कि बीती सात सितंबर को बिश्नोई के गिरोह ने व्हाट्सएप कॉल कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, जिसके बाद कारोबारी ने जयपुर पुलिस को इसकी सूचना दी थी। स्थानीय पुलिस ने फोन करने वाले को नई दिल्ली की मंडोली जेल में ढूंढ निकाला था।
पुलिस जांच के दौरान पता चला था कि कॉल बिश्नोई के गिरोह ने की थी। जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल लांबा ने बताया कि मंडोली जेल में बंद उसके साथी संपत नेहरा को दो दिन पहले पेशी वारंट पर जयपुर लाया गया था।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि संपत नेहरा से मिली सूचना के आधार पर लॉरेंस बिश्नोई को भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ शुक्रवार रात तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर जयपुर लाया गया है। दोनों आरोपी 28 सितंबर तक जयपुर पुलिस की हिरासत में हैं और उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जयपुर में यह पहला मामला है, जिसमें लॉरेंस गिरोह की संलिप्तता सामने आई है। इनके खिलाफ राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य राज्यों में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, अपहरण, रंगदारी आदि अपराधों के 80 से अधिक मामले दर्ज हैं। बता दें कि गैंगस्टर लॉरेंस पंजाब का रहने वाला है। वहीं, उसका साथी संपत नेहरा राजस्थान के चुरू का रहने वाला है।