उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 11 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 15 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या 209 पहुंच गई है। जबकि मंगलवार को प्रदेश में 214 सक्रिय मरीज थे।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को 16103 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सात जिलों बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, अल्मोड़ा और नैनीताल में एक-एक, देहरादून में पांच और पौड़ी और रुद्रप्रयाग में दो-दो संक्रमित मरीज मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343530 हो गई है। इनमें से 329828 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7394 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें बुधवार को एक मौत पिछले दिनों की जोड़ी गई है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.07 प्रतिशत दर्ज की गई है।
चंपावत जिले में एक भी सक्रिय मरीज नहीं
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद चंपावत पहला जिला है, जहां पर एक भी सक्रिय मरीज नहीं हैं। वर्तमान में आठ जिलों में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा दहाई से कम है। बागेश्वर व टिहरी जिले में एक-एक, अल्मोड़ा में पांच, ऊधमसिंह नगर व पिथौरागढ़ में छह, नैनीताल व रुद्रप्रयाग जिले में नौ-नौ सक्रिय मामले हैं। जबकि देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 112 मरीजों का इलाज चल रहा है।
विधायकों के क्षेत्रों में लगेंगे विशेष टीकाकरण शिविर
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए टीके की दूसरी डोज लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सांसद, विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों की मदद लेगा। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान के नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डॉ. दिनेश सिंह चौहान ने बताया कि जिले में टीके की पहली डोज का सौ फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। मैदानी जिलों हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल अभी तक यह लक्ष्य नहीं हासिल कर पाए हैं। वहीं दूसरी डोज लगवाने वालों का आंकड़ा भी 46 फीसदी तक पहुंच गया है।
टीके की दूसरी डोज अधिक से अधिक लोगों को तेजी से लगायी जा सके, इसके लिए जनप्रतिनिधियों सांसद, विधायकों और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की मदद ली जाएगी। इसके लिए विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में विशेष टीकाकरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। आशा कार्यकर्ताओं के जरिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिले में टीके की कोई कमी नहीं है। पर्याप्त संख्या में डोज उपलब्ध हैं। जिन लोगों को पहली डोज लग चुकी है और दूसरी डोज का समय पूरा हो चुका है तो वे टीकाकरण केंद्रों पर दूसरी डोज लगवा सकते हैं।