योगी ने मनीष के घर पहुंचकर दी सांत्वना, दोषी हर हालत में दण्डित होंगे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में कथित रूप से पुलिसकर्मियों द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई किए जाने से एक प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले गोरखपुर में एक दुखद घटना घटी थी। मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि तत्काल मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए और दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधी, अपराधी होता है। मैंने कल सुबह ही यहां के जिला प्रशासन को कहा था कि मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहूंगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में 556.07 करोड़ रुपए की 45 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने गोरखपुर की घटना का भी जिक्र किया।

दोषियों की खैर नहीं !

उन्होंने कहा कि गोरखपुर में दुखद घटना घटी है उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है। दोषी बख्शा नहीं जाएगा, सबकी जवाबदेही भी तय करेंगे। अपराध और अपराधियों को बर्दाश्त न करने की सरकार की नीति किसी से छुपी नहीं है। सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है। कानपुर तो इसका जीता जागता उदाहरण है।

सीएम ने पीड़ित परिवार की मांग मानी

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर पुलिस लाइन में गोरखपुर में मारे गए प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की। इस दौरान मीनाक्षी ने मुख्यमंत्री से नौकरी, मुआवजा और केस को कानपुर ट्रांसफर करने की बात कही। जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि केस के संबंध में सरकार आपके साथ है और आपको न्याय मिलकर रहेगा। 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से सीबीआई जांच के लिए अर्जी देने को कहा है। इसी के साथ ही योगी सरकार मीनाक्षी को सरकारी नौकरी देगी और मुआवजे की राशि भी बढ़ाएगी। वहीं मुलाकात के बाद मीनाक्षी ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन से मैं संतुष्ट हूं। 

विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा

इस मामले को लेकर सपा और बसपा ने योगी सरकार को निशाने पर लिया। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि घटना की गंभीरता और परिवार की व्यथा को देखते हुए मामले की सीबीआई जांच जरूरी है। जबकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने एक युवा व्यापारी की जान ले ली। ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने एनकाउंटर (मुठभेड़) की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, यह उसी का दुष्परिणाम है। संलिप्त लोगों पर हत्या का मुक़दमा चले और उत्तर प्रदेश को हिंसा में धकेलने वाले इस्तीफ़ा दें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here