छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार की शाम रायपुर जिले के चंदखुरी गांव में दीप प्रज्ज्वलित कर मां कौशल्या मंदिर परिसर का उद्घाटन किया। हाल ही में मंदिर का जीर्णोद्धार और परिसर का सौंदर्यीकरण करने के साथ अधोसंरचना के कुछ विकास कार्य भी यहां किए गए हैं। इस मौके पर आयोजित संगीत संध्या में मुख्यमंत्री बघेल पार्टी नेताओं के साथ भक्ति संगीत की धुन पर नाचते भी नजर आए।
प्रदेश की राजधानी रायपुर से 27 किमी दूर स्थित चंदखुरी को भगवान राम की माता कौशल्या का जन्मस्थान माना जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि यह महत्वाकांक्षी ‘राम वन गमन’ पर्यटन सर्किट परियोजना के तहत विकसित पहला पर्यटन स्थल है। शेष 74 गंतव्यों को कई चरणों में विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर सीएम बघेल ने मंदिर के प्रवेश द्वार पर बनी 51 फीट ऊंची भगवान राम की भव्य प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की और प्राचीन मंदिर में मां कौशल्या और भगवान राम की पूजा अर्चना की।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, ‘वन गमन पथ’ वह मार्ग है जहां से भगवान राम 14 साल के वनवास के दौरान होकर गुजरे थे, ऐसा माना जाता है कि इस दौरान उन्होंने अपना अधिकांश समय वर्तमान के छत्तीसगढ़ राज्य की धरती पर ही बिताया था।
एक अधिकारी ने बताया कि ‘राम वन गमन टूरिज्म सर्किट’ के तहत भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान जिन महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया था, उन्हें सड़क नेटवर्क से जोड़ा जाएगा और उनमें अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया होंगी। परियोजना के पहले चरण में सरगुजा संभाग के दो सहित नौ स्थलों का विकास किया जाएगा।
जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दो स्थलों में से एक कोरिया जिले में ‘सीतामढ़ी-हरचौका’ है, जबकि दूसरा सरगुजा जिले के रामगढ़ इलाके में है।