मुजफ्फरनगर। किसान आन्दोलन के बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने उत्तर प्रदेश कमेटी की नये सिरे से गठित करते हुए छह महासचिव एवं 15 सचिव मनोनीत किए हैं।
भाकियू प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन के अनुसार उन्होंने छह महासचिव मनोनीत किये हैं। नये महासचिवो में पुरकाजी नगर पंचायत के चेयरमैन जहीर फारूकी भी शामिल हैं। भाकियू में जहीर फारूकी को इस बड़ी जिम्मेदारी मिलने पर उनके समर्थकों में खुशी है। भाकियू की नई प्रदेश कमेटी मेें छह महासचिवों के साथ ही 15 सचिव और अन्य पदाधिकारियों के नाम का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने बताया कि नई कार्यकारिणी में मुजफ्फरनगर से पुरकाजी चेयरमैन जहीर फ़ारूक़ी के अलावा ओमपाल मलिक को प्रदेश सचिव की महत्वपूर्ण जि़म्मेदारी दोबारा से दी गयी है। मुजफ्फरनगर में जहीर फ़ारूक़ी चेयरमैन पुरकाजी एक संघर्षशील और विकासपुरुष वाली छवि रखते हैं। चौधरी राकेश टिकैत के अत्यंत विश्वास पात्र और टिकैत परिवार के चहेते पदाधिकारी है। किसान आंदोलन में एक बड़ा जनाधार जहीर फ़ारूक़ी के पास है और पांच सितंबर की किसान महापंचायत में लाखों किसानो को बिना किसी जाम के मुजफ्फरनगर शहर से उत्तराखंड की ओर निकालने की प्लानिंग का श्रेय भी जहीर फ़ारूक़ी को जाता है। इसके साथ ही इस महापंचायत की सफलता में भी जहीर फारूकी की भूमिका सराहनीय रही है। यही कारण है कि उनको यूनियन के शीर्ष नेतृत्व ने इस बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा है।
प्रदेशाध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बिजेन्द्र सिंह यादव, पवन खटाना, डा. नौसिंह, जहीर फारूकी, अजय पाल शर्मा और रामऔतार सिंह को प्रदेश महासचिव, कैप्टन बिशन, सिंह, रामपाल सिंह, वेदप्रकाश शर्मा, लाखन सिंह पटेल, ओमपाल मलिक, दिनेश चन्द्र दूबे, दीवान चन्द्र पटेल, उमेश चन्द्र पाण्डेय, अजय सिंह, शिशुपाल सिंह, डा. चरन सिंह, गुरूबिन्दर सिंह पन्नू, दरियाव सिंह, किशन बिहारी वर्मा और विजय तालान को सचिव बनाया है। इसके अलावा होशियार सिंह व चौ. करूवा सिंह को प्रदेश प्रचार मंत्री तथा जगराम सिंह चौधरी और अजय बाबू गंगवार को संगठन मंत्री बनाया गया है। प्रदेश कमेटी गठित होने के बाद अब भाकियू द्वारा जल्द ही जिला इकाईयों का गठन भी करने की संभावना है।