हेलीकॉप्टर पायलट का शव झील से 75 दिन बाद मिला

जम्मू-कश्मीर में तीन अगस्त को दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर के दूसरे पायलट का शव रविवार को बरामद किया गया। हादसे के 75 दिनों बाद शव बरामद हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह जानकारी दी है। 

जानकारी के मुताबिक, तीन अगस्त को हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होकर रंजीत सागर झील में गिर गया था। जिसमें हेलीकॉप्टर के पायलटों की मौत हो गई थी। वहीं 75 दिनों बाद दूसरे पायलट का शव बरामद किया गया। रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि दूसरे पायलट कैप्टन जयंत जोशी के शव को निकालने के लिए सेना और नौसेना दिन-रात 75 दिनों तक लगातार प्रयास कर रहे थे। 

गश्त करते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हुआ था हेलीकॉप्टर
तीन अगस्त को पठानकोट के रणजीत सागर बांध की झील में आर्मी की 254 एविएशन स्क्वाड्रन का ध्रुव हेलीकॉप्टर पंजाब और जम्मू-कश्मीर सीमा पर गश्त करते वक्त क्रैश हो गया था। ध्रुव हेलीकॉप्टर (एएलएच मार्क-4) ने पठानकोट के मामून कैंट से उड़ान भरी थी। उसमें लेफ्टिनेंट कर्नल एएस भट्ट और कैप्टन जयंत जोशी सवार थे। 30 मिनट बाद अचानक हेलीकॉप्टर नियंत्रण खो बैठा और चालक दल समेत रणजीत सागर झील झील में समा गया था।

हादसे के 12 दिन बाद हुआ था पहले पायलट का शव बरामद 
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक झील में गिरने से पहले जहाज लड़खड़ा रहा था। पायलट ने बहादुरी दिखाते हुए उसे पहाड़ी से टकराने से बचा लिया था। हेलीकॉप्टर सीधा झील में जा गिरा था। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जहां हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ उस जगह पर झील काफी गहरी है। वहीं, हादसे के 12 दिन बाद एक पायलट का पार्थिव शरीर मिला था। लेफ्टिनेंट कर्नल एएस बाथ का पार्थिव शरीर शाम करीब सवा छह बजे झाल में 75.9 मीटर की गहराई से मिला था। हादसे के नौवें दिन हेलीकॉप्टर का मलबा मिला था। 

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