मोरना। थाना क्षेत्र के गांव करहेड़ा में रहस्यमयी बुखार से 13 वर्षीय छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गई, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक कक्षा सात का छात्र था, ग्रामीणों के अनुसार गांव में लगभग दो दर्जन से अधिक लोग बुखार से पीडि़त हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग गाँव की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन से गाँव में मैडिकल टीम से जांच कराने माँग की है।
भोपा थानाक्षेत्र के गांव करहेड़ा निवासी 13 वर्षीय छात्र रिहान पुत्र शाहनवाज की रहस्यमयी बुखार के चलते मौत हो गयी, जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक रिहान गुरुवार से बुखार की चपेट में आया था, परिजनों ने मोरना समेत मुजफ़्फ़ऱनगर के कई अस्पतालों में उसका ईलाज कराया, परन्तु उसे स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल सका। शनिवार को उसने मुजफ्फरनगर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जैसे ही उसकी मौत की सूचना परिजनों को मिली, उन पर गम का पहाड़ टूट पड़ा।
क्षेत्र मे लगातार बढ़ रही है बुखार पीडि़तों की संख्या: क्षेत्र में बुखार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, ग्रामीणों के अनुसार जिस गांव में किशोर की मौत हुई है, अकेले उस गांव में ही करीब दो दर्जन लोग बुखार की चपेट में है, वहीं गांव के ही इन्द्रपाल हालत बिगडऩे पर मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती बताए गए हैं, ब्लॉक के अन्य गांवों में भी बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भोपा सीएचसी के एक चिकित्सक के अनुसार पिछले 1 सप्ताह में लगभग 11 मरीज बुखार से पीडि़त होकर इलाज के लिए अस्पताल में आए हैं, कुछ का ईलाज मुजफ़्फरनगर के निजी अस्पताल में चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग मस्त मरीज पस्त कर्मचारी कर देते हैं मरीजों को रैफर: एक ओर जहां क्षेत्र में बुखार पीडि़तों की बाढ़ आई हुई है, वहीं स्वास्थ्य विभाग इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है, अस्पताल समय से नहीं खोला जाता और अगर खुल भी जाता है, तो मरीजों के पर्चे बनाने में आनाकानी की जाती है, पर्चा बन भी जाता है तो चिकित्सक उपस्थित नहीं मिलते अगर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से ग्रामीण इस बारे में जानकारी करते है तो सरकारी अस्पताल का स्टाफ़ ग्रामीणों के साथ अभद्रता करता है। पिछले सप्ताह सरकारी अस्पताल में एक स्थानीय नेता के साथ अभद्रता का मामला सामने आया था। वहीं बुखार से पीडि़त सीकरी निवासी एक महिला को चिकित्सक की अनुपस्थिति में एक कर्मचारी (टैक्नीशियन) द्वारा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।
मच्छरों के प्रकोप से पीडि़त हैं ग्रामीण: ग्रामीणों ने बताया कि मोरना ब्लॉक के गांवों में सफाई व्यवस्था सही न होने के कारण गाँवों में गन्दगी फैली हुई है, नालियों की सफ़ाई नहीं हो पा रही है जिसके चलते नालियों में पानी रुका हुआ है, जिसमें मच्छर पैदा हो रहे है, ग्रामीणों ने गांवो में फोगिंग कराने की मांग की है।