बहादुरगढ़: पिछले 11 महीने से किसान आंदोलन की वजह से बनी देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं के रास्ता खुलवाने के लिए कवायद अब शुरू हो चुकी है। दिल्ली- रोहतक नेशनल हाईवे नंबर 9 टिकरी बॉर्डर पर बंद रास्ते को खुलवाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा गठित हाई पावर कमेटी और किसान संगठनों के नेताओं के बीच एक बैठक हो रही है।
बहादुरगढ़ के गोरिया टूरिस्ट कंपलेक्स में चल रही इस बैठक में सदस्य किसान कमेटी से बातचीत के लिए हरियाणा सरकार के गृह सचिव एवं एसीएस राजीव अरोड़ा, डीजीपी हरियाणा पीके अग्रवाल, रोहतक रेंज के कमिश्नर पंकज यादव, झज्जर जिले के डीसी श्याम लाल पुनिया मौजूद है। इतना ही नहीं बहादुरगढ़ के उद्योगपति भी इस बैठक में शामिल होने के लिए बुलाए गए हैं। दरअसल किसान आंदोलन की वजह से पिछले 11 महीने से हरियाणा को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे नंबर 9 पर टिकरी बॉर्डर बंद है। इतना ही नहीं आसपास के कच्चे पक्के रास्तों को भी दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन के चलते बंद कर रखा है।
इन्हीं रास्तों को खुलवाने के लिए बहादुरगढ़ के उद्योगपतियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इतना ही नहीं उद्योगपति मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटा चुके हैं। जिसके बाद हरियाणा सरकार ने हाई पावर कमेटी का गठन किया था। यही कमेटी आज किसानों से बातचीत कर रही है। हालांकि किसान पहले यह साफ कर चुके हैं कि उन्होंने कोई रास्ता बंद नहीं कर रखा, लेकिन यह भी सच है कि किसान आंदोलन की वजह से यह रास्ते बंद है जिसकी वजह से आम लोगों को और उद्योगपतियों को भारी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है।