थाना सन्नौर के अंतर्गत गांव बोसर कलां के नजदीक चार अक्तूबर, 2021 की रात को यूथ अकाली नेता की गोली मारकर हत्या मामले को पुलिस ने सुलझा लिया और मुख्य आरोपी व उसकी एक महिला साथी को शुक्रवार को असलहा समेत गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने एक साल पहले इसी गांव में अपनी चचेरी बहन की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी, क्योंकि उसके यूथ अकाली नेता के साले से संबंध थे। बाद में आरोपी ने खुदकुशी का ड्रामा रचा व गायब हो गया था। तब से सभी उसे मृत समझते थे।
आरोपियों की पहचान गुरिंदर सिंह निवासी गांव बोसर कलां जिला पटियाला और मनजीत कौर निवासी जगदीश आश्रम रोड पटियाला के तौर पर हुई है। इनके पास से पुलिस ने एक पिस्टल, दो मैगजीन और चार कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपी गुरिंदर से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने गांव सुनियारहेड़ी रजवाहा पुली के पास से चार देसी पिस्तौल और 16 कारतूस बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर पांच दिन का रिमांड हासिल किया गया है।
क्या था मामला
गांव बोसर कलां का रहने वाला 30 साल का यूथ अकाली नेता वरिंदर सिंह उर्फ बानिया मोबाइल की दुकान चलाता था। चार अक्तूबर, 2021 की रात करीब 9 बजे कार में अपनी पत्नी के साथ सन्नौर से अपने गांव जा रहा था। रास्ते में बोसर बीड़ के नजदीक पीछे से आ रहा एक मोटरसाइकिल सवार लगातार हार्न मार रहा था। वरिंदर को लगा कि शायद यह साइड मांग रहा है। उसने कार को धीमे करते हुए साइड कर लिया लेकिन अज्ञात ने अपने मोटरसाइकिल को कार के आगे लगा लिया और मोटरसाइकिल को कार में भी मारा। जैसे ही वरिंदर सिंह ने गाड़ी का शीशा खोला तो मोटरसाइकिल सवार ने उस पर गोलियां चला दीं। एक गोली वरिंदर सिंह के सिर, दूसरी मुंह और तीसरी गोली बाजू में लगी। उसे राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई थी।
ऐसे हुआ खुलासा
एसएसपी हरचरन सिंह भुल्लर ने शुक्रवार को पत्रकारवार्ता में बताया कि केस की जांच में कुछ अहम जानकारियां मिलीं कि 12 अक्तूबर, 2020 को गांव बोसर कलां में ही एक युवती हरनीत कौर का भी गोलियां मारकर कत्ल किया गया था। केस में उसके ताया के लड़के गुरिंदर सिंह के खिलाफ ही केस दर्ज हुआ था। गुरिंदर को अपनी चचेरी बहन के सहजप्रीत सिंह नाम के लड़के के साथ प्रेम संबंधों से एतराज था।
सहजप्रीत सिंह उक्त यूथ अकाली नेता वरिंदर सिंह का साला था, जो गांव में अपने जीजा के पास ही रहता था और उन दोनों को जीजा का पूरा समर्थन हासिल था। चचेरी बहन के कत्ल के बाद आरोपी गुरिंदर सिंह ने खुदकुशी कर ली थी। उसका मोटरसाइकिल व सुसाइड नोट पुलिस को गांव मालोमाजरा के नजदीक भाखड़ा नहर के किनारे से मिला था। इस खुलासे के बाद जब पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली कि आरोपी जिंदा है। इस आधार पर पुलिस ने मुहिम चलाते हुए आरोपी को देवीगढ़-पटियाला रोड से काबू किया। पूछताछ में आरोपी ने माना कि उसी ने वरिंदर सिंह का भी कत्ल किया है, क्योंकि वह उसकी चचेरी बहन व उसके प्रेमी को बढ़ावा दे रहा था।