आसाराम अस्वस्थ हुए, एम्स जोधपुर में भर्ती

यौन शोषण के दोषी और उम्रकैद के सजायाफ्ता मुजरिम आसाराम बापू (Asaram Bapu) की तबीयत बीते पांच दिनों से खराब चल रही है. शनिवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर इस सजायाफ्ता मुजरिम को जोधपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS Jodhpur) में दाखिल कराया गया है. आसाराम बापू का बुखार कई दिनों से नहीं उतरने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, एम्स में दाखिल किए जाने के बाद आसाराम की कई तरह की जांच की गई हैं. पता चला है कि उनके लीवर में एंजाइम्स बढ़े हुए हैं. जिनके चलते उन्हें कई प्रकार की शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों ने मूत्र संक्रमण की बात भी बताई है. फिलहाल मरीज को अस्पताल के सामान्य आईसीयू में दाखिल कराया गया है. जहां उसकी हालत स्थित बनी हुई है.

48 घंटे डॉक्टर्स की निगरानी में

AIIMS जोधपुर के सूत्रों के मुताबिक, मरीज आसाराम को फिलहाल 48 घंटे के लिए डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है. मरीज को बीते कई दिन से बुखार आ रहा था. अस्पताल के चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार किया गया. मगर उससे जब कोई लाभ नहीं हुआ तो जेल मैनुअल के मुताबिक आसाराम की बीमारी और उम्र के मद्देनजर उन्हें एम्स में दाखिल कराना जरूरी हो गया था. लिहाजा एम्स में शनिवार (6 नवंबर 2021) को सुबह के वक्त आसाराम को दाखिल करवा दिया गया.

बताया जा रहा है कि बुखार के साथ-साथ आसाराम को बढ़ी उम्र में होने वाली अन्य बीमारियां भी हैं. जिनमें यूरोलॉजी संबंधी समस्या प्रमुख है. इसी के चलते उन्हें शनिवार सुबह ओपीडी से सीधे यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में तमाम जांचों के लिए भेजा गया था. जहां यूरिनल संक्रमण की पुष्टि हुई. आसाराम के समर्थकों के चलते अस्पताल परिसर में बाकी किसी मरीज या उनके तीमारदारों को परेशानी न आए.

एहतियातन उठाए गए सुरक्षा के कदम

इसके लिए अस्पताल प्रशासन की आंतरिक सुरक्षा विंग ने भी एहतियातन कदम उठाए हैं. साथ ही अस्पताल ने पुलिस को भी एहतियातन सूचना दे दी है. उल्लेखनीय है कि एक महीने में तबीयत खराब होने के चलते आसाराम को दो बार अस्पताल में जेल से ले जाना पड़ा है. अस्पताल में आसाराम के समर्थकों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस ने शनिवार दोपहर से ही एहतियाती इंतजाम अपने स्तर पर कर दिए थे.

बीते कई साल से आसाराम बापू जोधपुर केंद्रीय कारागार (Jodhpur Central Jail) में उम्रकैद की सजा काट रहा है. यौन शोषण के आरोप में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. जेल से बाहर निकलने के आसाराम ने तमाम प्रयास किए थे. मगर निचली अदालतों, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक से इस सजायाफ्ता मुजरिम को जेल से बाहर निकलने का कोई मौका हासिल नहीं हो सका. ऐसा नहीं है कि तबीयत बिगड़ने के चलते आसाराम पहली बार जेल से निकाल कर अस्पताल में दाखिल कराए गए हैं. इससे पहले भी कुछ बीमारियों के चलते जेल प्रशासन ने उनका इलाज जेल के बाहर मौजूद अस्पताल में कराया था.

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