पाकिस्तान में मुद्रास्फीति लगातार पांचवें सप्ताह बढ़ी है। देश के संवेदनशील मूल्य सूचकांक (एसपीआई) में जहां 0.67 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है वहीं साप्ताहिक मुद्रा स्फीति भी अक्तूबर में 1.29 फीसदी उछली। उधर, जरूरी खाद्य पदार्थों और पेट्रोल की कीमतें भी आसमान छू गई हैं। विपक्षी दलों ने महंगाई के मुद्दे पर संसद में इमरान सरकार को घेरते हुए संयुक्त रणनीति बनाई है।
बेतहाशा बढ़े जरूरी खाद्य पदार्थों के मूल्य, चीनी पेट्रोल से भी महंगी
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, साप्ताहिक मुद्रास्फीति में मुख्य रूप से जिन चीजों के दामों में वृद्धि दर्ज की गई उनमें टमाटर 19.23 प्रतिशत, चीनी 5.32 प्रतिशत, सरसों का तेल 3.74 प्रतिशत, एलपीजी 3.23 प्रतिशत शामिल हैं। इमरान सरकार ने पेट्रोल के मूल्य में भी 8.03 फीसदी का इजाफा करने की घोषणा की है। चीनी की कीमत पेट्रोल से भी ज्यादा महंगी होते हुए यह देश में 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है।
इसके लिए विपक्षी दलों ने इमरान सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए संसद में साझा रणनीति तैयार की है। नेता प्रतिपक्ष शहबाज शरीफ (पीएमएल-एन) ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी से वार्ता कर पेट्रोलियम उत्पादों पर तुरंत राहत देने की मांग की अन्यथा विरोध की चेतावनी दी है। उधर, विपक्षी दल की शाजिया मैरी ने भी इमरान सरकार को चेताया है।
हर खाद्य वस्तु महंगी, पेट्रोल 145 रु. प्रति लीटर पार
पाकिस्तान में पेट्रोल का दाम बढ़कर 145.82 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। पेशावर के थोक बाजार में चीनी की कीमत में आठ रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। चीनी विक्रेता संघ के अध्यक्ष ने कहा कि थोक में चीनी 140 रुपये प्रति किलो बिक रही है, जबकि खुदरा बाजार में इसकी कीमत 145 से 150 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। उधर, देश में आटा, तेल, दालों समेत हर खाद्य वस्तु महंगी हो गई है।
इमरान का राहत पैकेज झूठ का पुलिंदा : शहबाज
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष एवं नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान खान द्वारा हाल ही में घोषित 12 अरब रुपये के राहत पैकेज को झूठ का पुलिंदा बताया है। शरीफ ने सवाल किया कि क्या संघीय बजट की घोषणा के वक्त यह दावा नहीं किया गया था कि यह कर मुक्त बजट है।
अब पीएम राष्ट्रहित में पेट्रोल की कीमत बढ़ाने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा, सरकार का बजट आकलन भी अविश्वसनीय हैं। कर्ज देने के बदले आइएमएफ की शर्तो से देश परेशान है। पाकिस्तान कर्ज के बोझ से दबा जा रहा है। हम सरकार की निंदा करते हैं।
साझा सत्र में रणनीति पर चर्चा
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने देश में बढ़ती महंगाई और राष्ट्रीय महत्व को अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए नेतृत्व की एक बैठक बुलाई है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के नेता हाफिज हमदुल्ला ने बैठक के एजेंडे को साझा करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन बैठक में संसद के संयुक्त सत्र के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा करेगा।