प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए कृषि कानून को वापस लिए जाने की घोषणा के बाद अब बागपत में खाप चौधरी भी धरना समाप्त करने की राह पर चलते नजर आ रहे हैं। इसके लिए खाप चौधरियों ने किसानों से आह्वान करना भी शुरू कर दिया है।
इस मुद्दे को लेकर चौबीस खाप चौधरी सुभाष का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा नए कृषि कानून को वापस लेने की घोषणा किसानों की जीत है। उन्होंने कहा कि बागपत नहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश के बहुत से किसानों का गाजीपुर बॉर्डर में चल रहे धरने में योगदान रहा है, लेकिन अब काफी समय हो गया। किसानों को अपने खेत-खलिहानों की ओर देखना चाहिए।
पंवार खाप के चौधरी धर्मवीर सिंह पंवार ने कहा कि यह किसानों की मेहनत व एकजुटता का ही परिणाम है कि प्रधानमंत्री को नए कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी। हम किसानों के साथ हैं, लेकिन एक साल से भी ज्यादा समय धरने पर बैठा हो गया है, अब किसानों को वहां से लौटकर अपने खेत खलियान को देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपने वादे से मुकरती है, तो किसान भी फिर से ज्यादा मजबूती के साथ आंदोलन तेज कर देंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को पंवार खाप का पूरा समर्थन है।