मैं अपनी इच्छा से भाजपा में शामिल हुआ, शिअद के आरोप निराधार: सिरसा

मनजिंदर सिंह सिरसा ने शिरोमणि अकाली दल के आरोपों को खंडन किया। सिरसा ने कहा कि उनका भाजपा में शामिल होने का एकमात्र उद्देश्य सिख कौम की सेवा करना है और इस पार्टी में शामिल होने से उनको ऐसा प्लेटफार्म मिल गया है, जिसके साथ उन्हें लंबे समय से लंबित सिख मसले हल करवाने में सहायता मिलेगी।

सिरसा ने कहा कि अकाली दल के आरोपों पर हैरानी हो रही है। अगर भाजपा को मेरे साथ जबरदस्ती ही करना होता तो फिर पार्टी उनको दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान के तौर पर ही शामिल होने के लिए कहती न कि व्यक्तिगत तौर पर शामिल करवाती। 

उन्होंने कहा कि वह अपनी इच्छा से भाजपा में शामिल हुए हैं, क्योंकि इस पार्टी के साथ गठजोड़ टूटने के बाद अकाली दल में सिख मसले हल करवाने के लिए काम करने की क्षमता नहीं रही। भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने अकाली दल को बिना आरोप लगाए छोड़ा है, जबकि कई अन्य ने एक ही परिवार पर केंद्रित होने, बेअदबी और नशे के मामलों के आरोप लगाकर छोड़ा।

उन्होंने कहा कि मैं एक पॉजिटिव व्यक्ति हूं, जिसका मकसद कौम की सेवा करना है और यह तब ही संभव हो सकता है जब आप राष्ट्रीय पार्टी के सदस्य हों। उन्होंने खुद के साथ यह दृढ़ संकल्प किया है कि वह सिर्फ सिख कौम के मसले हल करने और कौम की मांगें पूरी करवाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे और किसी की तरफ के बेफजूल आरोपों से उनका ध्यान भटकने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा कि अकाली दल आज एक क्षेत्रीय पार्टी में सिमट गई है, जैसा कि पार्टी लीडरशिप दावा करती है और इसका देशभर के सिख मसलों पर ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब के बाहर रह रहे, बल्कि पंजाब में भी बसे सिख अपने मसलों के लिए अब भाजपा की तरफ देख रहे हैं। मेघालय, मध्य प्रदेश, और यूपी के सिखों के कई मसलों ने उनको घेरा हुआ है और वह संकट का हल चाहते हैं।

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