बीते दिनों नगालैंड में पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के पैराशूट जवान गौतम लाल हिंसा के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। गौतम लाल टिहरी गढ़वाल के नौली गांव के रहने वाले थे।
सोमवार शाम जवान का पार्थिव शरीर तीर्थनगरी पहुंचा। उनका पार्थिव शरीर एम्स ऋषिकेश की मोर्चरी में रखा गया। मंगलवार सुबह 6:30 बजे उनका पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ एम्स से उनके पैतृक गांव टिहरी के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) के लिए रवाना हुआ। देश के लिए अपना बलिदान देने वाले जवान के पार्थिव शरीर को लोगों ने सलाम किया और भारत माता की जय के नारे लगाए।
नगालैंड हिंसा: शहीद जवान गौतम का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़
सोमवार देर शाम एम्स में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अग्रवाल ने कहा है कि शहीद गौतम लाल का बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा।
शहीद गौतम क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। जब वह घर छुट्टी में आते थे, वह नवयुवकों को सेना में जाकर देशसेवा के लिए प्रेरित करते थे।
हिंसरियाखाल के युवक रामदयाल ने बताया कि वह युवाओं को प्रेरित करने के साथ ही प्रशिक्षण के तौर-तरीके भी बताते थे।
शहीद गौतम के पिता रमेश लाल को बेटे के जाने का गम तो है, लेकिन बेटे की शहादत पर उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।
उन्होंने सेना के अधिकारियों से बात करते हुए अपने दूसरे बेटे को भी सेना में भेजने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को सेना में भेजकर देश सेवा करना चाहते हैं।
जानकारी के मुताबिक शहीद बेटे गौतम के बलबूते ही परिवार का भरण-पोषण होता था। परिवार में वही नौकरी पर था।