देश की सुरक्षा: संदिग्ध महिला पर केंद्र की नजर

एक महिला, केंद्रीय गृह मंत्रालय के निशाने पर आ गई। इंटेलिजेंस यूनिट की सलाह पर मंत्रालय ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया कि उस महिला को बल की लोकेशन पर जाने से रोक दिया जाए। मंत्रालय ने कहा है कि उस महिला की गतिविधियां, राष्ट्रीय हित के लिए हानिकारक हैं। सूत्रों का कहना है कि उस महिला को कुछ माह पहले सीएपीएफ से रिटायर हुए एक डीजी की जानकार बताया गया है। उनके समय में वह महिला, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की कई लोकेशन पर पहुंची थी। डीजी की मेहरबानी और खुद को तीस हजारी कोर्ट में जज बताकर वह महिला, सीआरपीएफ व आईटीबीपी सहित कई बलों में अंदर तक पहुंच गई थी। 

उक्त महिला का नाम दीपाली (परिवर्तित नाम) है। दिलशाद कालोनी, नई दिल्ली में रहने वाली वह महिला तीस हजारी कोर्ट में वकील बताई गई है। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों ने इस महिला को लेकर अपनी यूनिटों को जो कार्यालय ज्ञापन ‘ओएम’ जारी किया है, उसकी कॉपी अमर उजाला डॉट के पास है। इस बाबत एक अधिकारी से भी बातचीत की गई है। उनका कहना था कि कई बलों ने अपने अधिकारियों को इस तरह का आदेश जारी किया है। 

कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है कि सेना और सीएपीएफ में कार्यरत अधिकारियों के साथ संबंध बनाने में उस महिला की रुचि है। दीपाली, उन संबंधों का इस्तेमाल कई तरह के कार्यों में करती है। जैसे किसी का तबादला कराना है, अच्छी जगह पर तैनाती दिलानी है और किसी अहम ओहदे पर कार्यरत अधिकारी से कोई सूचना निकलवानी है, आदि के लिए वह महिला अपने संबंधों का इस्तेमाल करती है। सरकारी सेवा में कार्यरत और रिटायर्ड अधिकारियों के साथ महिला के संबंध बताए गए हैं। विभिन्न मंत्रालयों के अलावा दिल्ली पुलिस और जम्मू कश्मीर पुलिस में भी महिला का अच्छा प्रभाव रहा है। 

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों ने जो कार्यालय ज्ञापन दिया है, उसमें महिला की पूरे प्रोफाइल की जानकारी दी गई है। वह महिला मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले की रहने वाली है। उसने पिछले एक साल के दौरान खुद को ‘जेएम’ बताकर जम्मू कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश व पंजाब की यात्रा की है। महिला को लेकर कथित हनी ट्रैप की बात कही गई है। आईटीबीपी के कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है कि उसकी गतिविधियां राष्ट्र और बल के हित में नहीं हैं। उक्त महिला का आईटीबीपी लोकेशन पर जाना प्रतिबंधित कर दिया जाए। इस मामले में एक अधिकारी का कहना था कि बाबत छानबीन की जा रही है। अभी बल के स्तर पर वैसा कुछ नहीं मिला है। जब किसी व्यक्ति की आवभगत के लिए ऊपर से बोला जाता है तो बल के अधिकारी उसे पूरा करते हैं।

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