चरथावल। दो दिन में कुल्हेड़ी गांव में 28 मवेशियों की मौत हो जाने से पशुपालकों में दहशत है। पशुओं की हिफाजत के लिए ग्रामीणों ने चरथावल पशु चिकित्सालय पर हंगामा किया। वहां दफ्तर पर ताला बंद होने से ग्रामीणों ने नाराजगी जताई।
गांव में पशुओं में एक हफ्ते से रहस्यमय बीमारी से पशुपालक परेशान हैं। एक बस्ती में आसपास बंधे पशु अचानक खड़े होते हैं और फिर गिरने के बाद नहीं उठ पा रहे है। मंगलवार रात और बुधवार सुबह तक गांव में नई बस्ती निकट ताज मस्जिद निवासी अख्तर, इसरार, शौकीन, इश्तियाक, इस्लाम, सद्दाम, इमरान के नौ पशुओं ने दम तोड़ दिया। इनके अलावा दो दिन में जाकिर, फरियाद, इस्लाम, भूरा, इरशाद, शाकीन, ताहिर, इजराइल, हारूण और अख्तर की भैंस सहित कई 19 पशु दम तोड़ चुके हैं।
बुधवार को चरथावल में पशु चिकित्सा केंद्र पर पीड़ित पशुपालक पहुंचे। मौके पर सभी कक्षों में ताला देख हंगामा किया। गुस्साए लोगों ने मौके पर केंद्र प्रभारी को बुलाने और पशुओं को बीमारी के प्रकोप से बचाने की मांग की। मोहम्मद उवेश ने बताया गांव में एक हफ्ते में काफी पशुओं की जान चली गई है, लेकिन विभाग बेपरवाह बना है। ग्रामीणों के हंगामे के बाद कर्मचारियों ने गांव जाकर पशुओं को टीके लगाएं।
गांव में करीब 15 दिन से टीकाकरण अभियान चल रहा है। काफी पशुपालक टीका लगवाने से परहेज करते हैं। अचानक मौत हार्ट अटैक से होने की आशंका है। गांव के लोग पशुओं की खरीद फरोख्त करते हैं। जिस कारण से खुरपका और मुंहपका संक्रमण से इंकार नहीं किया जा सकता। बृहस्पतिवार को कई टीम भेजकर उपचार करेंगे। – डॉ. अमरदीप सिंह, पशु चिकित्साधीक्षक