भोपाल की मिसरोद पुलिस ने असली सोना दिखाकर नकली जेवरात देकर पांच लाख की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह की एक सदस्य महाराष्ट्र की महिला को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार 23 दिसंबर को राजधर प्रजापति निवासी नवजीवन कॉलोनी, छोला मंदिर भोपाल ने मिसरोद थाने में शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने उससे पांच लाख की ठगी की है। आरोपियों ने असली सोना दिखाकर नकली सोना दे दिया और फरार हो गए। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर छानबीन शुरू की। आरोपियों की तलाश के दौरान घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज के सूक्ष्म अवलोकन एवं तकनीकी संसाधनों के उपयोग से आरोपीगणों की पहचान हुई।
वारदात को अंजाम देने वाली महाराष्ट्र निवासी एक संदिग्ध महिला के संबंध मे पुख्ता सूचना प्राप्त हुई कि वह झुग्गी बस्ती गांधीनगर भोपाल में अपने रिश्तेदारों के यहां ठहरी हुई है। सूचना पर थाना प्रभारी मिसरोद रासबिहारी शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजी गई, जहां पर संदिग्ध महिला से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की घटना करना स्वीकार कर लिया। जिसे गिरफ्तार किया गया एवं घटना में संलिप्त अन्य आरोपियों के संबंध मे गहनता से पूछताछ की जा रही है।
वारदात का तरीकामहिला ने बताया कि वे खुद को मजदूर बताते थे, और खुदाई के दौरान जमीन से सोना चांदी के जेवरात मिलने की बात कहते थे। उसके बाद पैसों की जरूरत होने से उक्त जेवरात को बेचने के लिए फरियादी को भरोसे में लेते थे। इसके लिए पहले कुछ असली सोने चांदी के जेवरात देते थे, बाद में धोखाधड़ी से नकली सोने चांदी के जेवरात देकर रकम ऐंठकर भाग जाते थे।
पूछताछ में महिला ने बताया कि आरोपीगण मूलतः छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र व गुजरात प्रान्त के निवासी हैं तथा दीगर प्रांतों में जाकर मजदूरी करने का बहाना बनाकर झुग्गी बस्तियों मे रहकर मौका तलाश कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर नकली सोना देकर पैसें ऐंठने का काम करते हैं।