दावोस समिट में बोले पीएम मोदी: बदल रहा भारत, ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को मिल रहा बढ़ावा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोमवार शाम वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, दावोस 2022 (Davos World Economic forum) को संबोधित किया. अपने शुरुआती संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्रम मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत से ही हमारी सरकार देश की 80 करोड़ आबादी को मुफ्त अनाज उपलब्ध करा रही है. प्रधानमंत्री ने इस स्कीम (पीएम गरीब कल्याण योजना) को दुनिया की संभवतः सबसे बड़ी योजना करार दिया. कोरोना की लहर (Covid Pandemic) को देखते हुए इस स्कीम को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधन में कहा कि देश में जिन-जिन सुधारों की जरूरत है, उसे सही दिशा में बढ़ाया जा रहा है. वैश्विक आर्थिक विश्लेषकों ने भारत के इस कदम की सराहना की है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारत दुनिया की हर उम्मीदों को पूरा करेगा.

संबोधन की बड़ी बातें

-अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, आज भारत के पास विश्व का बड़ा, सुरक्षित और सफल digital payments platform है. सिर्फ पिछले महीने में भारत में Unified Payments Interface के माध्यम से 4.4 बिलियन transaction हुए हैं.

-आज भारत Ease of Doing Business को बढ़ावा दे रहा है, सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है. भारत ने अपने corporate tax rates को simplify करके, कम करके, उसे दुनिया में most competitive बनाया है. बीते साल ही हमने 25,000 से ज्यादा compliances कम किए हैं.

-भारतीय युवाओं में आज entrepreneurship नई ऊंचाई पर है. 2014 में जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्ड स्टार्ट-अप्स थे, उनकी संख्या आज 60,000 के पार हो चुकी है. इसमें 80 से ज्यादा यूनीकॉर्न हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा तो 2021 में ही बने हैं.

-आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलते हुए भारत का फोकस सिर्फ Processes को आसान करने पर ही नहीं है, बल्कि Investment और Production को इन्सेन्टीवाइज करने पर भी है. इसी अप्रोच के साथ आज 14 सेक्टर्स में 26 बिलियन डॉलर की PLI schemes लागू की गई हैं.

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आज ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विचार के साथ आगे बढ़ रहा है. टेलीकॉम, इंश्योरेंस, डिफेंस और एरोस्पेस के अलावा, भारत के पास आज सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं.

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावोस सम्मेलन में कहा, केवल 1 वर्ष में, भारत ने लगभग 160 करोड़ COVID वैक्सीन की खुराक दी है. भारत जैसे लोकतंत्र ने पूरी दुनिया को उम्मीद का एक गुलदस्ता दिया है. इस बुके में शामिल हैं – लोकतंत्र के प्रति विश्वास, 21वीं सदी को सशक्त बनाने की तकनीक और हम भारतीयों की प्रतिभा और स्वभाव.

-पीएम मोदी ने कहा, COVID के दौरान, हमने देखा कि कैसे भारत ने ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ के विजन को पूरा किया और कई देशों को दवाएं और टीके उपलब्ध कराए, जिससे कई लोगों की जान बच गई. आज भारत दुनिया के लिए फार्मेसी बन गया है – तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक.

-पीएम मोदी ने कहा, आज भारत दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है और भारत में 50 लाख से अधिक सॉफ्टवेयर डेवलपर काम कर रहे हैं. भारत में वर्तमान में विश्व स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न का समूह है. 

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