नागपुर में तेज रफ्तार कार चला रहे नाबालिग ने 5 लोगों को कुचला

नागपुर। महाराष्ट्र में ‘हिट एंड रन’ का सिलसिला जारी है। पुणे पोर्श कांड को लोग अभी भूल भी नहीं पाए कि एक और वैसा ही मामला सामने आ गया। अब नागपुर (Nagpur) में हाई स्पीड कार की वजह से सड़क दुर्घटना का मामला आया है। नंदनवन पुलिस स्टेशन अंतर्गत वेंकटेशनगर चौक में केडीके कॉलेज के पास एक नाबालिग कार चला रहा था। अचानक काले रंग की स्कोडा नियंत्रण से बाहर हो गई। अनियंत्रित कार ने पहले सड़क किनारे खड़े कुछ दोपहिया वाहनों को टक्कर मारी और फिर फल-सब्जी विक्रेताओं और कुछ राहगीरों की भीड़ में घुस गई। बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई कार आखिरकार सड़क किनारे एक पेड़ से टकराने के बाद रुकी।

सड़क पर कोहराम मचा

इससे सड़क पर कोहराम मच गया। फल और सब्जी विक्रेताओं सहित पांच लोग जख्मी हो गए। दो की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं कई वाहन बर्बाद हो गए। गुस्साई भीड़ ने नाबालिक को कार से बाहर खींच कर सड़क पर गिरा लिया। बेकाबू भीड़ ने बुरी तरह से मारा, जिससे वह मरने तक की कगार पर पहुंच गया। किशोर ने अपनी मदद के लिए लोगों से गुहार लगाई। बाद में कुछ लोगों ने आरोपी नाबालिग को भीड़ से बचाया और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। यह दिल दहला देने वाली घटना शनिवार दोपहर करीब एक बजे की है। घायलों की पहचान महेंद्र अग्रवाल, वंदना अग्रवाल, सब्जी विक्रेता बसंती गोंड, गोलू साहू और कार्तिक के रूप में हुई है। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है।

हादसे में पांच लोग जख्मी
मिली जानकारी के मुताबिक वेंकटेशनगर में सड़क पर सब्जी मंडी लगती है। यहां बसंती, गोलू और कार्तिक की दुकानें हैं। शनिवार दोपहर करीब एक बजे अग्रवाल दंपती फल और सब्जी खरीदने के लिए रुके। इसी दौरान नाबालिग कार चालकने पहले बाइक को टक्कर मारी और तीनों को कुचल दिया। अग्रवाल दंपती समेत पांच लोग घायल हो गए। इस घटना से सब्जी विक्रेताओं में हड़कंप मच गया। इसके बाद इलाके के नागरिक गुस्से में दिखे। उन्होंने नाबालिग ड्राइवर को कार से बाहर निकाला और पिटाई शुरू कर दी।

इन लोगों को लिया हिरासत में
बताया जा रहा है कि पुलिस ने नाबालिग और कार मालिक मंगेश गोमाशे को हिरासत में ले लिया। गोमाशे एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ है। गराज में काम करने वाले नाबालिग को गोमाशे ने चाबियां दी थीं। दरअसल, नाबालिग से उसके मालिक ने रास्ते में खड़ी कार को दूर कहीं खड़ी करने को कहा था। पुलिस ने नाबालिग को कार चलाने को मजबूर करने के लिए गराज के मालिक महेश गोनाडे को भी हिरासत में लिया है।

लोगों को बचने का नहीं मिला समय
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सब्जी खरीद रहे बुजुर्ग दंपती महेंद्र अग्रवाल और उनकी पत्नी वंदना टक्कर लगने से कई मीटर दूर जाकर गिरे, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। एक अन्य ने भयावह घटना को याद करते हुए बताया कि कार बगल की गली में गराज की दिशा से आई और तेज गति से फुटपाथ पर भीड़ में घुस गई। यह घटना इतने कम समय में हुई कि कोई भी भाग नहीं सका।

मामला दर्ज
नंदनवन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक पोपटराव धायतोंडे ने कहा कि कार और गराज के मालिकों के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमने नाबालिग के खून का नमूना लिया। तीन घायलों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि दो का अस्पताल में इलाज चल रहा है।’

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