अखिलेश की हिदायत: हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर बोलने से बचें पार्टी प्रवक्ता

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी प्रवक्ता हिंदू व मुस्लिमों से जुड़े मुद्दों पर बोलने से बचें। कहा कि भाजपा झूठी खबरें प्रचारित करने में माहिर है। ऐसे में तत्काल इस असत्य का पर्दाफाश कर जनता को उसके कारनामों से परिचित कराएं। अखिलेश यादव ने यह बातें मंगलवार को प्रदेश कार्यालय पर मीडिया सेल की बैठक में कहीं।

उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा ने बुल्डोजर से जंगलराज कायम कर दिया है। समाजवादी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक एक बार फिर पहुंचाना जरूरी है। महिलाओं का उत्पीड़न और हिरासत में मौतें भाजपा सरकार के माथे पर कलंक है। बैठक में प्रवक्ताओं ने कहा कि समाजवादी सरकार को युवाओं के भविष्य की चिंता थी, जबकि भाजपा का चरित्र जनविरोधी है। इस मौके पर सांसद डिंपल यादव भी मौजूद रहीं।

उधर, अखिलेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि धर्म जीवन के साथ मानवीय व्यवहार, सामाजिक सहनशीलता, व्यक्तिगत सकारात्मक उत्थान और चतुर्दिक सह अस्तित्व सिखाने का मार्ग है। यह लिबास से नहीं विचार-आचार से प्रकट होना चाहिए। धर्म धमकी नहीं देता। उन्होंने हरियाणा के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। दूसरी तरफ, उन्होंने जातिगत सर्वेक्षण पर रोक हटने को सामाजिक न्याय की जीत बताया। कहा कि जातीय जनगणना से ही सामाजिक न्याय का सच्चा रास्ता साबित होगा। हरियाणा में हिंसा पर कहा कि लोग किसी भी राजनीतिक साजिश और अफवाहों से सजग-सतर्क रहते हुए भाईचारा बनाए रखें। देश को हिंसा में धकेलकर राजनीतिक लाभ उठाने वालों के मंसूबे अमन-पसंद लोग कभी कामयाब नहीं होने देंगे।

सपा का लक्ष्य सभी 80 सीटें जीतने का

 सपा ने अपने नेताओं को लोकसभा चुनाव में जीजान से जुटने का आह्वान किया है, पर कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविरों पर विराम लगा हुआ है। यही नहीं, अभी तक पार्टी की प्रदेश कमेटी भी जारी नहीं हो सकी है। इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को भाजपा को प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर हराने का लक्ष्य दिया है। इसके तहत जून में गोला गोकर्णनाथ और नैमिषारण्य में कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर आयोजन किए गए थे। इन कार्यक्रमों में सपा अध्यक्ष के अलावा प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव व महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया था।

तब सपा नेतृत्व ने घोषणा की थी कि हर जिले में इस तरह के आयोजन किए जाएंगे। कुछ नेताओं ने ब्योरा भी दिया था कि कब और कहां प्रशिक्षण शिविर लगाए जाएंगे। कुछ समय बाद कहा गया कि गर्मी बहुत ज्यादा है, इसलिए गर्मी कम होने पर शिविरों का आयोजन होगा। मगर अभी तक प्रशिक्षण शिविरों के दोबारा शुरू होने की योजना नजर नहीं आ रही है।

इस बारे में संपर्क करने पर सपा प्रवक्ता व पूर्व एमएलसी उदयवीर ने कहा कि किसी एक जिले में प्रशिक्षण शिविर होने पर अन्य जिलों के कार्यकर्ता भी वहां बड़ी संख्या में पहुंच जाते हैं। इससे शिविर का उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता है। इसलिए प्रशिक्षण शिविरों की सूचना सीधे जिला कमेटी को भेजकर इनका आयोजन करने पर विचार किया जा रहा है।

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