दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर होना चाहिए बनारस का लंगड़ा आम: पीएम

लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने के बाद मंगलवार (18 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार वाराणसी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान खानपान के जरिए काशी और पूर्वांचल की जमकर तारीफ की. पीएम ने कहा कि आज दुनिया में काशी का लंगड़ा आम सुर्खियां बटोर रहा है. गाजीपुर का भिंडी और जौनपुर के मूली का भी काफी नाम हो रहा है.

पीएम ने आगे कहा- मेरा तो सपना है कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या फिर फूड प्रोडक्ट हो. मोदी ने इस दौरान कहा कि किसानों के बिना भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं बन पाएगा.

मोदी ने लंगड़ा आम का जिक्र क्यों किया?

अगस्त 2023 में वाराणसी के लंगड़ा आम को जीआई टैग मिला. एक्सपर्ट के मुताबिक वाराणसी का लंगड़ा आम एक स्थानीय किस्म का आम है, जिसकी उत्पत्ति बंगाल के मालदा आम से हुई है.

वाराणसी में इस आम के उत्पति को लेकर भी एक कहानी है. इस कहानी की मानें तो 250-300 साल पहले एक बाबा ने शिव मंदिर के पीछे दो पेड़ लगाया. 4 साल तक खूब सेवा की और फिर इसमें फल आने के बाद चले गए.

जाते वक्त बाबा ने मंदिर के पुजारी जो कि दिव्यांग थे को इसकी रखवाली का जिम्मा दे दिया. कहा जाता है कि उसी पुजारी की वजह से यह आम लंगड़ा आम के नाम से प्रसिद्ध हुआ.

जौनपुर की मूली और गाजीपुर की भिंडी की कहानी

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जौनपुर की मूली का भी जिक्र किया है. जौनपुर में नेवार प्रजाति की मूली का उत्पादन होता है. यह मूली 4-6 फीट लंबी होती है. दरअसल, जौनपुर गोमती नदी के किनारे और इसकी पानी और मिट्टी की वजह से नेवार प्रजाति की मूली का यहां उत्पादन होता है.

इसी तरह गाजीपुर सब्जी उत्पादन के लिए मशहूर है. यहां की सब्जी खासकर भिंडी मिडिल ईस्ट के देशों में भी जाती है.

वाराणसी, गाजीपुर और जौनपुर का चुनावी रिजल्ट

वाारणसी, गाजीपुर और जौनपुर में लोकसभा की 4 सीटें हैं. 2024 में बीजेपी को सिर्फ वाराणसी सीट पर जीत मिली. गाजीपुर, जौनपुर और मछलीशहर सीट पर सपा के उम्मीदवार ने बीजेपी प्रत्याशियों को पटखनी दे दी.

2019 में इन 4 में से 2 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.

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