बरेली बवाल: राना के घर-होटल के बाद आदित्य के बरातघर पर चला बुलडोजर

बरेली के पीलीभीत बाइपास पर फायरिंग और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई जारी है। मुख्य आरोपी प्रॉपर्टी डीलर राजीव राना के मकान और होटल के ध्वस्तीकरण के बाद शुक्रवार को दूसरे पक्ष आदित्य उपाध्याय के बरातघर पर कार्रवाई हुई। पुलिस प्रशासन और बीडीए की टीमें दोपहर करीब साढ़े 12 बजे बुलडोजर और पोकलेन मशीन लेकर सांवरिया बरातघर पर पहुंचीं। बुलडोजर से बरातघर को ध्वस्त कराया गया। 

डोहरा रोड स्थित सांवरिया बरातघर आदित्य उपाध्याय पुत्र रामबाबू शर्मा निवासी लालपूर का बताया गया है। बताया जा रहा है कि बरातघर का निर्माण बीडीए के मानकों के विपरीत किया गया। इसके चलते ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई है। कार्रवाई के दौरान आदित्य की मां और भाई पहुंच गईं। दोनों ने हंगामा किया। इस पर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठा लिया। दोनों ने पुलिस की गाड़ी से कूदने का प्रयास किया। आदित्य की मां ने आरोप लगाया कि कार्रवाई से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि यह बरातघर मेरे नाम है। मुझे सामान भी नहीं निकालने दिया। 

Demolition action taken on marriage lawn of Aditya Upadhyay in Bareilly

22 जून को हुई थी घटना 
22 जून की सुबह पीलीभीत बाइपास पर प्लॉट पर कब्जे को लेकर राजीव राना और आदित्य उपाध्याय के गुटों में जमकर फायरिंग हुई थी। बीच सड़क पर खुलेआम फायरिंग की घटना से शहर की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे थे। शासन ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की थी। इसके बाद पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने में जुटा है। गुरुवार को राजीव राणा के होटल और मकान पर बुलडोजर चला था। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होते ही राना दौड़ा चला आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

राना के भाई और बेटे भी गिरफ्तार
आरोपी प्रॉपर्टी डीलर राजीव राना को शुक्रवार को जेल भेजा जाएगा। इससे पहले गुरुवार की रात में ही दबिश देकर पुलिस ने अलग अलग जगह से राना के चार परिजनों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें राना के भाई हरिओम और राधेश्याम व बेटे आशीष और राजन को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को शुक्रवार को जेल भेजा जा सकता है। इनमें से अधिकांश के नाम मुकदमे में शामिल नहीं थे, जो अब शामिल किए जाएंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here