लखनऊ। केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि 2024 तक उत्तर प्रदेश में पांच लाख करोड़ रुपये के विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ लखनऊ में 3300 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात देने के अवसर पर गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दृष्टि दी है।
उन्होंने कहा “ पिछली बार जब लखनऊ आया था तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यूपी के विकास के लिए काफी बड़ा निवेश यूपी में आया था। योगी जी ने जिन्हें बुलाया था, उन्होंने आश्वस्त किया था कि यूपी में बड़ी पूंजी निवेश करेंगे।” नितिन गड़करी ने कानपुर-भोपाल इकोनोमिक कॉरिडोर, गोरखपुर-सिलीगुड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, वाराणसी से कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, गाजीपुर से बलिया माझीघाट लिंक एक्सप्रेसवे निर्माण की घोषणा की। गड़करी ने लखनऊ में इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा पर नए फ्लाइओवर के निर्माण के साथ गोसाईगंज में बेनी हरौनी क्रासिंग, केसरीखेड़ क्रासिंग, दिलकुशा क्रासिंग, गोमतीनगर विस्तार स्थित भरवाना क्रासिंग, सीतापुर में सीतापुर आरओबी, बिसवा-सीतापुर रेलवे स्टेशन आरओबी और लखनऊ – सीतापुर रोड पर सिधौली में आरओबी के निर्माण की घोषणा की।
लखनऊ में 435 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
महर्षि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नितिन गड़करी ने 3300 करोड़ रुपये की लागत से लखनऊ-सीतापुर खंड में मडियांव आईआईएम क्रासिंग पर 4 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर और अलीगढ़-कानपुर खंड के नवीगंज से मित्रसेनपुर के 4 लेन चौड़ीकरण का लोकार्पण किया। लखनऊ में 435 करोड़ रुपये की लागत से 164 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिन गड़करी ने कहा कि लखनऊ के रिंग रोड का शुभारंभ अक्तूबर से पहले किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानपुर से लखनऊ के बीच पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 65 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड हाइवे का 25 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। 2025 से पहले यह हाइवे बन जाएगा। उसके बाद लखनऊ से कानपुर के बीच की दूरी आधा घंटे में तय होगी। उन्होंने कहा कि भोपाल- कानपुर इकोनोमिक कारिडोर भी बनाया जाएगा। 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से 480 किलोमीटर एक्सप्रेसवे से भोपाल-कानपुर के बीच की दूरी सात घंटे में तय होगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से शामली के बीच 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से 840 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस बना रहे हैं। यह गोरखपुर, बहराइच, बलरामपुर, अयोध्या, सीतापुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ से शामली तक बनेगा। इसे दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, यह एक्सप्रेसवे यूपी में बड़ी लाइफ लाइन बनेगा।
वाराणसी से बिहार होते हुए कोलकाता की दूरी 7 घंटे में तय होगी
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहने पर गोरखपुर से सिलीगुडी 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन ग्रीनफील्ड हाइवे बनाया जाएगा। इसकी डीपीआर जल्द तैयार होगी। वाराणसी से कोलकाता तक 25 हजार करोड़ की लागत से नया ग्रीनफील्ड हाइवे बना रहे हैं। वाराणसी से बिहार झारखंड होते हुए कोलकाता की दूरी सात घंटे में तय होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली देहरादून हाइवे का का उद्घाटन दिसंबर से पहले हो जाएगा।
2024 के अंत तक पांच लाख करोड़ के काम पूरे होंगे
नितिन गड़करी ने कहा कि यूपी में 2024 के अंत तक 5 लाख करोड़ की परियोजनाओं के काम समाप्त करेंगे और कुछ नई परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि 2014 से 2022 तक छह हजार किलोमीटर सड़क का कार्य पूरा किया है। करीब सवा लाख करोड़ की लागत से तीन हजार किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण चल रहा है। 80 हजार करोड़ रुपये लागत से बनने वाली 3500 किलोमीटर सड़कों की डीपीआर बन रही है। भविष्य के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये लागत की 120 परियोजनाओं का अध्ययन कर रहे हैं।
2017 के बाद यूपी की तस्वीर बदली
नितिन गड़करी ने कहा कि एक समय था जब यूपी की पहचान गरीब प्रदेश के रूप में थी। लेकिन 2017 के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर बदली है। योगी ने जिस प्रकार कानून व्यवस्था में सुधार किया है उससे पूरे देश की जनता उन्हें धन्यवाद दे रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में दस लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। निवेश तब ही आता है जब ऊर्जा, जल, परिवहन और कम्यूनिकेशन की सुविधा हो। निवेश आएगा तो रोजगार बढ़ेगा, रोजगार बढ़ेता तो गरीबी दूर होगी।