मुंबई से जोधपुर के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI-645 को शुक्रवार को टेक-ऑफ से पहले ही रोकना पड़ा। विमान में तकनीकी समस्या आने पर कॉकपिट क्रू ने मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए टेक-ऑफ रन बीच में ही रोकने का निर्णय लिया और विमान को सुरक्षित रूप से बे पर वापस ले जाया गया।
एयर इंडिया ने यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था की। एयरलाइन ने इस अप्रत्याशित देरी पर खेद जताते हुए कहा कि मुंबई स्थित ग्राउंड टीम ने यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान की। प्रवक्ता ने कहा, “हमारे लिए यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस असुविधा के लिए हम ईमानदारी से खेद व्यक्त करते हैं।”
हाल के दिनों में एयर इंडिया के विमानों में तकनीकी गड़बड़ियों के मामले सामने आए हैं। अहमदाबाद की घटना के बाद से कंपनी ने सुरक्षा मानकों पर अधिक ध्यान देना शुरू किया है और हर उड़ान से पहले प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया जा रहा है।
इस बीच, सरकार ने जानकारी दी कि डीजीसीए ने एयर इंडिया को 29 नियम उल्लंघनों को लेकर चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने लोकसभा में बताया कि विस्तारा और एयर इंडिया के विलय के बाद नए सॉफ्टवेयर से जुड़े कुछ तकनीकी मुद्दों की शिकायतें सामने आई हैं।
नागर विमानन मंत्रालय के अनुसार, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस को वित्तीय वर्ष 2024-25 (मार्च तक) में कुल 9,568.4 करोड़ रुपये का कर-पूर्व घाटा हुआ है। वहीं, पिछले वर्ष अकासा एयर को 1,983.4 करोड़ रुपये और स्पाइसजेट को 58.1 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज हुआ, जबकि इंडिगो ने 7,587.5 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ अर्जित किया।