भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने आतंकवादियों का भी साथ दिया। जब रामपुर में सीआरपीएफ के शिविर पर हमला हुआ तो इस मामले में अखिलेश यादव ने सरकार में रहते हुए आतंकियों के खिलाफ केस को भी वापस करा लिया। नड्डा हाथरस के अग्रेसन सेवा सदन में भाजपा के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में प्रभावी मतदाताओं को संबोधित कर रहे थे। नड्डा ने इस कार्यक्रम में प्रदेश व केंद्र की नीतियों का बखान किया।
नड्डा ने कहा कि सपा के शासन काल में माफियाओं का राज था। लोग यूपी से पलायन कर रहे थे। खनन और रेत माफिया इस सरकार में हावी थे। अपहरण एक उद्योग के रूप में था। अखिलेश की सरकार ने कट्टरपंथियों और गुंडों को संरक्षण दिया। अखिलेश के शासन काल में प्रदेश में 300 से ज्यादा दंगे हुए।
नड्डा ने कहा कि जब से योगी सरकार आई है, प्रदेश में दंगे बंद हैं। कानून व्यवस्था कायम है। किसी को जातीय तनाव और धार्मिक उन्माद का डर नहीं है। उन्होंने लोगों से कहा कि वह किसी के बहकावे में आकर वोट न दें, बल्कि भाजपा शासन में हुए कामों के आधार पर वोट दें।
उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कोरोना से बचाव को टीकाकरण हो रहा था, अखिलेश यादव यह कह रहे थे कि यह भाजपा का टीका है। क्या ऐसे बयान देने वाले आदमी को कोई जिम्मेदारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन लोगों को सरदार पटेल याद नहीं आते, बल्कि देश का विभाजन करने वाले याद आते हैं। इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शहर के जामा मस्जिद चौराहे से लेकर चामड़ गेट तक जनसंपर्क कर डोर टू डोर वोट मांगे। नड्डा के आगमन के दौरान मस्जिद पर भाजपाई झंडा भी फहराता दिखा।