नेपाल में आंध्र प्रदेश के पर्यटकों से भरी बस पर हमला हुआ, जिसमें बस के शीशे तोड़ दिए गए और यात्रियों से लूटपाट की गई। यह बस पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन के बाद लौट रही थी। हमले में कई यात्री घायल हुए हैं।
हमले के दौरान बस के ड्राइवर राज ने बताया कि जब बस भारत की ओर लौट रही थी, तब भीड़ ने उस पर हमला कर दिया। बस का एक कर्मचारी भी कहता है कि पत्थरों से बस के सभी शीशे तोड़ दिए गए और सामान लूट लिया गया। क्षतिग्रस्त बस गुरुवार शाम उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में सोनौली बॉर्डर पहुंची। नेपाली सेना के जवान मौके पर पहुंचकर मदद में जुटे, जबकि घायल यात्रियों का इलाज कराया गया।
इस घटना का संबंध नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जन-जागरूकता प्रदर्शनों से है। सोमवार को सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में कम से कम 19 लोग मारे गए थे। बाद में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटा दिया गया और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। वर्तमान में देश में कर्फ्यू लागू है और स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार घायल लोगों की संख्या 1,300 से अधिक है।
राजनीतिक संकट के समाधान के लिए राष्ट्रपति विभिन्न नेताओं और संवैधानिक विशेषज्ञों से चर्चा कर रहे हैं। नई सरकार बनाने के लिए संसद को भंग करने या बरकरार रखने के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। आंदोलनकारी समूह संवैधानिक ढांचे के भीतर समाधान खोजने पर सहमत हुए हैं।
भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने अब तक 67 लोगों को रोका है, जो नेपाल की जेलों से भागकर भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे।