बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में बीएससी नर्सिंग छात्रों के साथ मारपीट के आरोप में सिविल लाइंस पुलिस ने छह जूनियर डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ शांति भंग का मामला दर्ज कर उन्हें सिटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया, जहां से सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, बीएससी नर्सिंग छात्र वीर प्रताप यादव ने रविवार शाम को दस जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। वीर प्रताप यादव भरभना चौराहा, इटावा के निवासी हैं और राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं में अपने साथियों के साथ पढ़ाई कर रहे हैं।
शिकायत में बताया गया कि 28 सितंबर को दिन करीब 11.50 बजे डॉक्टर मेघान्शू सिंह, शिवांग मणि त्रिपाठी, अखिलेश यादव, तुषार, रवि गुप्ता, रितुराज सिंह, सविन्दल, अभिषेक गिरि, रवि सिंह और अन्य अज्ञात डॉक्टर उनके किराये के मकान के बाहर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने वीर प्रताप और उनके साथियों तन्यम प्रताप, यश तोमर, मोहित तिवारी, अमन यादव, अंकित गुप्ता, अनुज शर्मा के साथ मारपीट की और गालियां दीं। इस दौरान अमन यादव को गंभीर चोटें आईं।
जूनियर डॉक्टरों ने छात्रों को धमकी भी दी कि कॉलेज में पढ़ाई जारी नहीं रहने देंगे और अगर दोबारा मिले तो जान से मार देंगे।
पुलिस ने सोमवार को दबिश देकर डॉ. अंकित, अखिलेश यादव, मेघान्शु सिंह, शुभम कुमार राठी, हितेश और शिवांग मणि त्रिपाठी को गिरफ्तार किया और उनका शांति भंग में चालान किया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। घायल छात्रों का मेडिकल कराया गया है, जिनमें से एक छात्र की गंभीर चोट के कारण एक्स-रे भी किया गया।
सिविल लाइंस थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि सभी गिरफ्तार किए गए डॉक्टर वर्तमान में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रहते हैं और बाकी नामजद और अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है।