पंजाब में पटाके छुड़ाने पर लगी पाबंदी

पंजाब सरकार ने इस दिवाली पटाखों की बिक्री और उपयोग को सख्ती से नियंत्रित करने के लिए एक नई नीति की घोषणा की है. राज्य सरकार ने मंगलवार को पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें पटाखों के निर्माण, वितरण, बिक्री और उपयोग शामिल है. वहीं राज्य भर में दिवाली पर ग्रीन पटाखे बेचने के लिए दो घंटे का समय दिया है.

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश के अनुसार पंजाब की मंडी गोबिंदगढ़ और जालंधर जिलों में 28-29 अक्टूबर की मध्यरात्रि से 31 दिसंबर की मध्यरात्रि तक किसी भी प्रकार के पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा. नवंबर 2020 में खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. राज्य सरकार ने पंजाब के अन्य हिस्सों में दिवाली, गुरुपुरब, क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या जैसे त्योहारों के दौरान बहुत कम समय के लिए ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी है.

सरकार ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को कम्युनिटी फायर क्रैकिंग के लिए क्षेत्रों की पहचान और उन्हें नामित करना चाहिए और सूचना का प्रचार करना चाहिए. इसके अलावा अमेजन और फ्लिपकार्ट सहित ई-कॉमर्स वेबसाइटों को किसी भी ऑर्डर को स्वीकार नहीं करने और पंजाब के भीतर पटाखों की ऑनलाइन बिक्री को प्रभावित करने का आदेश दिया है. आदेश में कहा गया है, ‘पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि अनुमति प्राप्त हरे पटाखों की बिक्री और उपयोग केवल निर्धारित समय के दौरान और निर्धारित स्थानों पर ही हो.” आदेश में कहा गया है कि दिवाली पर शाम 8 बजे से लेकर 10 बजे तक, क्रिसमस पर रात 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक और नए साल पर रात 11 बजकर 55 बजे से 12 बजकर 30 मिनट तक पटाखे फोड़ने की अनुमति है.

दिल्ली में भी लगाया गया है पटाखों की बिक्री पर बैन

दिल्ली सरकार ने हर साल दीपावली के दौरान शहर में प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंच जाने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों के भंडारण, बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि लोगों की जिंदगी बचाने के लिए पिछले वर्ष की तरह इस बार भी यह प्रतिबंध लगाना आवश्यक था. पिछले साल व्यापारियों द्वारा पटाखों के भंडारण के पश्चात, प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए देर से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया, जिससे व्यापारियों को नुकसान हुआ था. सभी व्यापारियों से अपील है कि इस बार पूर्ण प्रतिबंध को देखते हुए किसी भी तरह का भंडारण न करें.

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