सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन में दलित युवक की हत्या को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. इसी बीच भारतीय किसान संघ (हरियाणा) प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी केंद्र सरकार को धमकी देते नजर आए. रोहतक में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि हमारे धैर्य की परीक्षा मत लो.
गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा, ‘सरकार सोच रही है कि हम डरकर धरने पर बैठे हैं. हम सहन कर रहे हैं. लेकिन सहनशीलता की भी एक सीमा होती है, हमारे धैर्य की परीक्षा मत लो, हालांकि मैं अपने भाइयों से कहना चाहता हूं कि हमें हिंसा नहीं करनी चाहिए. सरकार के पास इस मुद्दे को सुलझाने का समय है.
चढ़ूनी ने किया था पंजाब में चुनाव लड़ने का ऐलान
गुरनाम सिंह चढ़ूनी भारतीय किसान यूनियन (BKU) की हरियाणा यूनिट के प्रमुख हैं. वे किसान आंदोलन का एक अहम चेहरा हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ जब सितंबर 2020 में आंदोलन अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटा था, तब गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने ही हरियाणा के पीपली गांव में पहली सभा का आयोजन किया था.
चढ़ूनी ने जुलाई में मिशन पंजाब का ऐलान किया था. गुरनाम सिंह ने पंजाब में किसान आंदोलन के लिए काम करने वाले लोगों से विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी, साथ ही राजनीति में आकर सिस्टम बदलने को कहा था. लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने गुरनाम सिंह के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी और चढ़ूनी को 1 हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया था.