एमएमएमयूटी में बोलीं कुलाधिपति: ज्ञान-विज्ञान के दम पर थे विश्व गुरु

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत अपने ज्ञान और विज्ञान के दम पर ही विश्वगुरु था। तकनीकी और ज्ञान के क्षेत्र में आपकी बुनियाद जितनी मजबूत होगी, देश उतना आगे तेजी से तरक्की करेगा।

मंगलवार को विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्रों को उपाधि तथा अन्य को डिग्री व मेडल बांटने के बाद कुलाधिपति ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए कोई अन्य मार्ग नहीं है। नवाचार के लिए उद्यमिता एवं कौशल विकास की महत्वपूर्ण भूमिका है। युवा पीढ़ी को गुलामी की मानसिकता से मुक्त हो और उनमें कर्तव्यबोध हो ऐसा प्रयास करना होगा।

नई शिक्षा नीति में स्किल पर जोर दिया गया है। तकनीकी के क्षेत्र में भारत आगे बढ़कर कार्य कर रहा है। जो देश जितना बेहतर प्रदर्शन करेगा, उसकी स्वतंत्रता उतनी मजबूत होगी। कहा कि इस बार जी-20 के शिखर सम्मेलन में भी स्वागत के दौरान मंच के पीछे जो बैनर लगा था, उस पर नालंदा विश्वविद्यालय का चित्र था।

भारत 6 जी की तरफ बढ़ रहा है

एमएमएमयूटी के दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि और इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज (आईआईटी) के प्रबंध निदेशक और मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र रहे राजेश राय ने कहा कि भारत 6 जी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आईआईटी व अन्य तकनीकी संस्थान इस दिशा में अच्छा प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने पढ़ाई पूरी करने वाले छात्रों को सुझाव देते हुए कहा कि बाजार में हो रही दौड़ में शामिल होने की बजाय खुद के इंटरेस्ट पर फोकस करें। 90 प्रतिशत इंजीनियर सैलरी के तनाव में हैं। इससे दो-चार साल तो अच्छा महसूस होगा, लेकिन उसके बाद जीवन में केवल तनाव ही दिखेगा। यह सिस्टम का दोष है कि आज नौकरी में होते हुए भी लोग आत्महत्या कर रहे हैं।

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