दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को सदर बाजार में एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल अदाणी और अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए नीतियां बना रही है और देश के गरीबों, युवाओं और मध्यम वर्ग की अनदेखी कर रही है।
आरएसएस प्रमुख पर राहुल गांधी का तंज
राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के एक कथित बयान का जिक्र करते हुए कहा, भागवत कहते हैं कि देश को आजादी 15 अगस्त 1947 को नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद मिली। उनका यह बयान संविधान पर सीधा हमला है।
भाजपा और आरएसएस लोकतंत्र के लिए खतरा
राहुल गांधी ने भाजपा-आरएसएस पर समाज में नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे भाई को भाई से, एक धर्म को दूसरे धर्म से और एक भाषा को दूसरी भाषा से लड़ाते हैं। जबकि उन्होंने कांग्रेस को संविधान बचाने वाली पार्टी बताते हुए भाजपा और आरएसएस को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक तरफ नफरत और हिंसा की राजनीति है तो दूसरी तरफ मोहब्बत और भाईचारे की।
राहुल गांधी ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया
उन्होंने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस का समर्थन करें और भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को हराएं। राहुल गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर एक युवा से मिले, जिसने सिविल इंजीनियरिंग की थी, लेकिन नौकरी न मिलने के कारण कुली का काम कर रहा था।
मोदी सरकार चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचा रही: राहुल गांधी
उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना दिया है। राहुल गांधी ने संसद में पेश किए गए बजट की आलोचना करते हुए कहा कि इनका पूरा लक्ष्य देश के 25 अरबपतियों को लाभ पहुंचाना है। मोदी सरकार ने देश के अमीरों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया, जबकि आम जनता महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है।
राहुल गांधी ने केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को घेरा
राहुल गांधी ने दिल्ली की राजनीति पर भी टिप्पणी करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब घोटाले में संलिप्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की राजनीति बदलने का दावा किया था, लेकिन सबसे बड़ा शराब घोटाला उन्हीं की सरकार में हुआ।