दिल्ली पुलिस ने भीम आर्मी के 20 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया

भीम आर्मी के पूर्व जिला अध्यक्ष प्रदीप भानखड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन पर जान से मारने की धमकी देने, समूह में हिंसा भड़काने, रास्ता रोकने और रोड जाम कर बाधा उत्पन्न करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला मृतक यश टांक के चाचा रिटायर्ड पुलिसकर्मी प्रदीप सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है।

क्या है पूरा मामला
कैमरी रोड की लक्ष्मी विहार कॉलोनी निवासी सैनिक अक्षय बल्हारा का उसकी पत्नी रेणुबाला के साथ दहेज और मारपीट का मामला कोर्ट में लंबित है। अक्षय छुट्टी पर घर आया हुआ था और 14 जनवरी को उसका अपने साले लक्ष्यदीप और अन्य लोगों से विवाद हो गया।

रात को समझौते के लिए रेलवे कॉलोनी के क्वार्टर पर पहुंचे अक्षय, यश टांक और चंदन पर लक्ष्यदीप, अजय धारीवाल, योगेश सहित अन्य लोगों ने हमला कर दिया। डंडों और पाइपों से की गई इस मारपीट में यश गंभीर रूप से घायल हो गया और 13 दिन बाद 27 जनवरी को उसकी मौत हो गई।

परिजनों ने किया प्रदर्शन, उठाई न्याय की मांग

यश की मौत के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को नागरिक अस्पताल के सामने रोड जाम किया। मंगलवार को अस्पताल से नागोरी गेट तक रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने मृतक परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की मांग की।

गिरफ्तारी के बाद शांत हुआ मामला, लेकिन बढ़ा विवाद
बुधवार को डीएसपी कमलजीत ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि तीनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद परिजनों ने शव ले लिया। हालांकि, इस दौरान जन संगठनों के सदस्यों और मृतक परिवार के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसी विवाद के चलते परिजनों ने पूर्व भीम आर्मी अध्यक्ष प्रदीप भानखड़ के खिलाफ केस दर्ज कराया।

क्या हैं आरोप
प्रदीप भानखड़ पर आरोप है कि उन्होंने परिजनों और अन्य प्रदर्शनकारियों को उकसाने का प्रयास किया, जान से मारने की धमकी दी और समूह में हिंसा के लिए उकसाया और रोड जाम कर बाधा उत्पन्न की।

पुलिस जांच जारी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही प्रदीप भानखड़ से पूछताछ की जाएगी। 

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