दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बुधवार को रामलीला समाप्त हुई और इसके साथ ही रावण के पुतले का दहन किया गया। कोरोना के चलते दो साल बाद लोग बड़ी संख्या में ऐसे आयोजनों में शामिल हुए। लोगों की भारी भीड़ के चलते देर शाम विभिन्न इलाकों में रामलीला आयोजन स्थल के आसपास जाम की समस्या रही। यहां पर वाहनों की आवाजाही ट्रैफिक पुलिस द्वारा प्रतिबंधित की गई थी। लेकिन कार्यक्रम समाप्त होने के बाद अचानक निकली भीड़ के चलते सड़कों पर जाम लग गया। ट्रैफिक पुलिस के जवान काफी समय तक जाम को हटवाने में जुटे रहे।
जानकारी के अनुसार दिल्ली में लगभग 50 जगहों पर बड़ी रामलीला को मंचन हुआ एवं बुधवार को वहां पर पुतलों का दहन किया गया। बड़े आयोजन स्थलों में उत्तरी जिला का लालकिला, मध्य दिल्ली का रामलीला मैदान, पश्चिमी दिल्ली का पंजाबी बाग, द्वारका, दक्षिण दिल्ली का आरकेपुरम आदि थे। लाल किला पर शाम को आयोजित कार्यक्रम में कई वीवीआईपी शामिल हुए जिनके लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा विशेष बंदोबस्त किये गये थे। इन आयोजन स्थलों पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे।
इस वजह से इनके आसपास के क्षेत्रों में देर शाम के बाद जाम की समस्या देखने को मिली। लाल किला के आसपास सड़कों पर पहले से ही आम वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित थी। लेकिन इससे जुड़ी हुई सड़के भी रात के समय प्रभावित रही। मध्य दिल्ली का दिल्ली गेट, अजमेरी गेट, पहाड़गंज, कमला मार्केट, उत्तरी जिला का कश्मीरी गेट, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन आदि इलाके बुधवार रात वाहन चालकों के लिए जाम की प्रमुख जगह रहे।
इनके अलावा नई दिल्ली में कनॉट प्लेस, पंचकुईयां रोड, मंदिर मार्ग, तालकटोरा रोड आदि जगहों पर भी वाहन देर शाम से रात तक रेंगते नजर आए। पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग पर आयोजित कार्यक्रम के चलते लगभग एक किलोमीटर लंबा जाम रिंग रोड पर रात के समय लग गया। ट्रैफिक पुलिस यहां से जाम खुलवाने की काफी कोशिश करते रहे लेकिन वाहनों के भारी दबाव एवं सड़क पर लोगों की ज्यादा संख्या के चलते काफी परेशानी लोगों को हुई।