स्वतंत्रता दिवस के दिन उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले के श्रीनगर में एक मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट का मामला सामने आया। आरोप है कि तीन युवकों ने न सिर्फ उन्हें थप्पड़ मारे, बल्कि ज़बरदस्ती ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने को भी मजबूर किया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बुजुर्ग की पहचान और मारपीट की घटना
पीड़ित की पहचान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले के छुटमलपुर निवासी रिज़वान के रूप में हुई है, जो रेलवे में ब्लॉगर गाड़ी चलाने का काम करते हैं। बताया जाता है कि वह बद्रीनाथ-धाराधार देवी मार्ग पर एक ढाबे पर रुके थे, तभी युवकों ने उनसे जबरन नारे लगाने को कहा। रिज़वान ने ‘भारत माता की जय’ तो बोल दी, लेकिन ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने से इनकार किया। इसी पर युवकों ने उनके साथ मारपीट की और दाढ़ी पकड़कर खींची।
वीडियो वायरल और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना से जुड़े तीन वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। जांच में तीनों आरोपियों की पहचान मुकेश भट्ट (श्यामपुर ऋषिकेश), मनीष (फरसू डूंगरी पथ श्रीनगर) और नवीन भंडारी (उत्तरकाशी) के रूप में हुई। पुलिस ने टीम बनाकर उन्हें दबोच लिया और कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि “देवभूमि उत्तराखंड में गुंडागर्दी करने वालों की जगह सिर्फ जेल की सलाखों के पीछे है।”
पीड़ित ने जताई असंतुष्टि
हालांकि, घर लौटे रिज़वान ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई उन्हें संतोषजनक नहीं लगती। उनके अनुसार आरोपियों पर लगाई गई धाराएं हल्की हैं और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि काम पर लौटने के बाद उनके साथ फिर से कोई अनहोनी हो सकती है।
इसी बीच, समाजवादी पार्टी के बेहट विधायक उमर अली खान ने सहारनपुर पहुंचकर रिज़वान से मुलाकात की और उत्तराखंड सरकार से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।