मुंबई के अटल सेतु (पूर्व में मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक–MTHL) पर अब इलेक्ट्रिक गाड़ियों को टोल नहीं देना होगा। राज्य सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। देश का सबसे लंबा समुद्री पुल माने जाने वाले इस सेतु पर यह सुविधा इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दी गई है।
किसे मिलेगी राहत
शहरी विकास विभाग की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार यह छूट इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों और इलेक्ट्रिक बसों पर लागू होगी। इसमें राज्य परिवहन की बसें ही नहीं, बल्कि निजी कंपनियों की इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल होंगी।
नियमों में संशोधन
यह निर्णय महाराष्ट्र मोटर व्हीकल टैक्स एक्ट, 1958 के तहत लिया गया है। इससे पहले 31 जनवरी 2024 को जारी अधिसूचना में अटल सेतु से गुजरने वाले सभी वाहनों पर टोल लागू था। अब संशोधन करते हुए ई-वाहनों को इस दायरे से बाहर रखा गया है।
मई में हुआ था निर्णय
राज्य सरकार ने मई में ही सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक कारों और बसों को टोल छूट देने का फैसला लिया था। गुरुवार को जारी आदेश के साथ यह नियम शिवाजी नगर और गावन टोल प्लाजा पर लागू हो गया है।
यातायात की जीवनरेखा
जनवरी 2024 में उद्घाटित अटल सेतु मुंबई के दक्षिणी छोर सेवरी को नवी मुंबई के न्हावा शेवा से जोड़ता है। 21.8 किलोमीटर लंबा यह सी-ब्रिज यात्री आवागमन और माल ढुलाई दोनों के लिए बेहद अहम कड़ी बन चुका है।