इटावा: महिला के ऊपर से गुजर गई ट्रेन, पर खरोंच तक नहीं आई

उत्तर प्रदेश के इटावा रेलवे स्टेशन जंक्शन पर ट्रेन से उतरते समय महिला महानंदा एक्सप्रेस के नीचे आ गई. यह घटना देख स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई. महिला के ऊपर से करीब चार ट्रेन के डिब्बे ऊपर से गुजर गए. हालांकि गनीमत रही कि महिला इस हादसे में बाल-बाल बच गई. महिला के ऊपर एक भी खरोंच नहीं आई. रुकी हुई महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन के नीचे से महिला को बाहर निकलते हुए वीडियो भी सामने आया है.

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को दोपहर में इटावा रेलवे स्टेशन पर महानंदा एक्सप्रेस से उतरने के दौरान महिला यात्री ने सामान ट्रेन में छूट जाने के चलते सामान निकालने का प्रयास किया. महिला यात्री प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में गिर गई. घटना के वक्त मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि महिला के ऊपर से ट्रेन के चार डिब्बे गुजर गए. लेकिन गनीमत रही उस महिला को खरोंच तक नहीं आई. डिप्टी एसएस और आरपीएफ ने ट्रेन रुकवाकर महिला को सकुशल बाहर निकलवाया. महिला अपने परिवार सहित दिल्ली से कन्नौज जा रही थी.

महिला ने टीटी पर लगाया आरोप

महिला ने टीटी पर छह सौ रुपए मांगने का आरोप लगाया है. महिला ने कहा कि जब हम पैसे नहीं दे पाए तो हमें ट्रेन से उतार दिया गया. महिला कन्नौज के लिपुरी कालोनी की रहने वाली है. महिला ने अपना नाम सोनी बताया. अपने पति अय्यूब और चार बच्चों के सात दिल्ली से अपने पूरे परिवार सहित महानंदा एक्सप्रेस से वापस आ रही थी. दोपहर करीब 1 बजे ट्रेन इटावा स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर आकर रुकी तो सोनी और उसका पति तीन बेटियों कैफा, फलख, हादिया और बेटे हमजा को उतारकर सामान निकालने लगा.

इसी बीच 2 मिनट के स्टॉपेज के बाद ट्रेन का सिग्नल हो गया और चलने लगी. जिससे सोनी का सामान ट्रेन में छूट गया. सोनी दोबारा ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच गिर गई. इस बीच 3 से 4 ट्रेन के डिब्बे महिला के ऊपर से गुजर गए. यह घटना देख पति और बच्चों समेत अन्य यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद आनन फानन में उप स्टेशन अधीक्षक रवि गोयल ने वायरलेस के माध्यम से ड्राइवर को सूचना देकर ट्रेन को रुकवाया.

रेलवे अधिकारियों ने महिला को अस्पताल भेजा

घटना की जानकारी पर आरपीएफ के उपनिरीक्षक मुकेश विश्वकर्मा, हेड कांस्टेबल रामनरेश, कांस्टेबल अनिल मौके पर पहुंचे और महिला को सकुलश देख राहत की सांस ली और आनन फानन में ट्रैक से उठाकर बाहर निकालकर जिला अस्पताल भेजा. इस घटना की वजह से ट्रेन 6 मिनट बाद 1 बजकर 4 मिनट पर कानपुर के लिए रवाना की गई. महिला सोनी ने आरोप लगाया कि ट्रेन में भीड़भाड़ के कारण वो लोग स्लीपर कोच में चढ़ गए थे. उनके पास जनरल टिकट था, उन्हें इटावा उतरना था लेकिन रास्ते में टीटीई उनसे छह सौ रुपए मांग रहा था, न देने पर सामान फेंकनेके लिए बोल रहा था.

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