नई दिल्ली। टोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ी आज भारत पहुंचे। ओलिंपिक में भाग लेने गए खिलाड़ी सोमवार 9 अगस्त को वतन लौटे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पदक जीतकर भारत लौटे सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया। एथलेटिक्स में पहली बार गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने अपने मेडल को देश के हर एक नागरिक का बताया। उन्होंने कहा कि इसे पाने के बाद सुबकुछ भूल गया।
ओलिंपक गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा, सभी का बहुत बहुत शुक्रिया, सबसे पहले तो मैं यह दिखाना चाहूंगा। ये गोल्ड मेरा नहीं पूरे इंडिया का है और मैं उस दिन से ही अपनी जेब में लेकर घूम रहा हूं इस मेडल को। मैं सही बताउं तो उस दिन से सही तरीके से सो नहीं पाया, खा नहीं पाया लेकिन जब भी मैं इसको निकालकर देख लेता हूं तो लगता है सबकुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं।
आगे उन्होंने कहा, मैं ये कहना चाहूंगा मेहनत तो काफी अच्छी हुई थी लेकिन मन में यह लगता था कि काफी तगड़े कॉम्पिटिटर हैं हमारे, और मेरी वर्ल्ड रैंकिम 4 चल रही थी प्रतियोगिता काफी जबरदस्त था वहां। क्वालीफिकेशन में जैसे मेरा थ्रो लगा तो मुझे लगा यह मेरे लाइफ का सबसे तगड़ा मौका है ओलिंपिक, यह तो मैं नहीं छोड़ूंगा।
नीरज ने एक ऐसी बात कही जिसे सुनने के बाद हर एक खिलाड़ी जोश से भर जाएगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कभी भी विरोधी खिलाड़ी को देखकर घबराना नहीं चाहिए और यह मैंने अपने पहले ओलिंपिक में अनुभव किया है क्योंकि इतना अच्छा कॉम्पिटिशन होने के बाद और इतने अच्छे एथलीट होने के बावजूद भी हमने गोल्ड जीता है तो मुझे लगता है अपना 100 प्रतिशत दो और किसी से घबराओ मत।