लखनऊ के अमौसी स्थित गंगानगर इलाके में शनिवार को एक ब्रेड टोस्ट फैक्ट्री में भीषण आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई। यह फैक्ट्री घनी बस्ती के बीच बिना जरूरी अनुमति और सुरक्षा मानकों के चलाई जा रही थी। जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री में मौजूद केमिकल के कारण आग तेजी से फैली और कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया।
आग लगते ही फैक्ट्री के मालिक अखिलेश समेत कई लोग अंदर फंस गए। लपटों के बीच एक डाला चालक श्रीचंद्र किसी तरह जान बचाकर छत से कूद गया, लेकिन अखिलेश और एक मजदूर की जान नहीं बच सकी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि उसकी लपटें एक किलोमीटर दूर से भी नजर आ रही थीं।
तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए पांच टीमों के साथ लगभग 20 दमकल वाहनों को लगाया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान दो शव बरामद हुए हैं, और फैक्ट्री में खोजबीन अभी भी जारी है। मौके पर पहुंची दमकल टीमों में सरोजनीनगर, आलमबाग, पीजीआई, इंदिरानगर और हजरतगंज सहित अन्य स्टेशनों से भी फोर्स शामिल रही।
फैक्ट्री के पास नहीं थी फायर एनओसी
अधिकारियों के अनुसार, फैक्ट्री के पास अग्निशमन विभाग की अनुमति (फायर एनओसी) भी नहीं थी। इससे प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
फैक्ट्री मालिक का बेटा बोला—पापा आग में फंस गए
अखिलेश के बेटे ऋतिक कुमार ने बताया कि वह अपने पिता के साथ फैक्ट्री के बाहर ही खड़ा था, तभी अचानक आग लग गई। आग देखकर अखिलेश अंदर की ओर भागे, लेकिन बाहर नहीं निकल सके। कुछ ही मिनटों में आग ने बाहर खड़ी कार को भी अपनी चपेट में ले लिया।
डाला चालक श्रीचंद्र, जो छत पर सो रहा था, ने नीचे छलांग लगाकर जान बचाई। बताया जा रहा है कि आग की शुरुआत फैक्ट्री के ग्राइंडर से निकली चिंगारी से हुई, जिसने पास रखे केमिकल को जला दिया।
हाइड्रोलिक टीम ने केमिकल टैंकर को किया काबू
फायर टीम ने कुछ कर्मियों को बीए सेट पहनाकर अंदर भेजा और हाइड्रोलिक उपकरणों की मदद से टैंकर में लगी आग पर नियंत्रण पाया।