राज्यसभा व लोकसभा के पीठासीन पदाधिकारियों का इरादतन अपमान !

बांग्लादेश के हिन्दू नरसंहार जैसी भयंकर घटना से भारतवासियों का ध्यान हटाने को राहुल गांधी व इंडी गठबंधन ने नया पैंतरा अपनाया है। संसद टीवी पर करोड़ों लोगों ने देखा कि राहुल गांधी किस प्रकार से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अवज्ञा व उनका अपमान कर रहे हैं। इसी प्रकार मल्लिकार्जुन खड़गे व जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल आदि ने दोनों सदनों में आसन की अवमानना कर पीठासीन पदाधिकारियों की खिल्ली उड़ाई।

8 अगस्त को खड़गे व दूसरे इंडी सांसदों ने इरादतन सभापति जगदीप धनखड़ का अपमान किया। कांग्रेस व इंडी गठबंधन के सदस्यों की बेहूदगी पर खिन्न होकर श्री धनखड़ को कहना पड़ा कि इस पवित्र सदन को अराजकता का केंद्र बनाना, प्रजातंत्र पर कुठाराघात करना, सभापति की गरिमा को धूमिल करना व शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण वातावरण बनाना अमर्यादित आचरण है। यह चुनौती आसन को इरादतन दी जा रही है। इस कथन के बाद विपक्षी सदस्यों की बेहूदगियों से खिन्न होकर सभापति आसन छोड़कर जाने को मजबूर हुए।

आज (9 अगस्त, 2024) सपा सांसद जया बच्चन सभापति श्री धनखड़ से उलझ गई और सदन में हल्ला मचा दिया। इतना ही नहीं, राज्यसभा से बाहर आकर मीडिया के सामने अनाप-शनाप बकवास की। यहां तक कहा कि सभापति को उनसे माफ़ी मांगनी चाहिए। जया बच्चन ने कहा कि मैं अकेली नहीं हूँ, मेरे साथ सब हैं। जब जया बच्चन अनर्गल प्रलाप कर रही थी तो उसके ठीक पीछे सोनिया गांधी खड़ी थीं जिससे सारा खेल समझ में आ गया।

यह एक बड़ी साजिश है इसकी जड़ें बहुत गहरी हैं। यह साजिश भारत के राष्ट्रवाद व भारतीय संस्कृति को नष्ट करने का घृणित प्रयास है।

गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’

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