झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन घर के बाथरूम में फिसलकर गंभीर रूप से घायल हो गए। गिरने के कारण उनके मस्तिष्क में चोट आई है और खून का थक्का (ब्लड क्लॉट) बन गया है। उनकी हालत को देखते हुए उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की।
डॉ. अंसारी ने पोस्ट में लिखा कि शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने लोगों से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करने की अपील की और बताया कि वे स्वयं लगातार उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
सियासत में मजबूत छवि वाले नेता
रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेताओं में गिने जाते हैं और फिलहाल राज्य के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने 2009 और 2019 में इसी सीट से जीत हासिल की थी। सोरेन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी और भरोसेमंद नेताओं में शुमार किया जाता है।
संगठन में भी निभा रहे अहम भूमिका
रामदास सोरेन न केवल मंत्री पद पर रहे हैं, बल्कि झामुमो के कोल्हान क्षेत्र में आदिवासी समाज के बड़े चेहरे के रूप में भी सक्रिय हैं। संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी भी उन पर है। अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने घोड़ाबांधा ग्राम प्रधान के तौर पर की थी। मूल रूप से खरसती गांव (घाटशिला प्रखंड) के निवासी रामदास सोरेन सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहे हैं।
वर्ष 1990 में वे झामुमो के जिला सचिव और जिलाध्यक्ष बने। चार बार घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके सोरेन झारखंड की राजनीति में एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित हैं।